सकलडीहा कस्बा की मुख्य मार्ग पर उड़ती धूल से होकर गुजरते बाइक सवार।
Young Writer, सकलडीहा। चुनावी साल में सरकार की तमाम विकास के बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन सकलडीहा कस्बा में सुबह से शाम उड़ती धूल सरकार के विकास का पोल खोल दे रही है। धूल के कारण लाखों की लागत से बनी दर्जनों शोरूम और दुकानों की रौनक गुम हो जा रही है। जिसे लेकर व्यापारियों का कारोबार प्रभावित होने से सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ गुस्सा पनपने लगा है। इसके बाद भी विभागीय अधिकारी खोखला आश्वासन दे रहे है।
कस्बा में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा डेढ़ किलो मीटर मार्ग का निर्माण पिछले दो साल से कच्छप गति से हो रहा है। सड़क निर्माण तो दूर पटरी और नाला निर्माण कार्य भी अधूरा पड़ा हुआ है। इसके बाद पिछले एक साल से सड़क पर उड़ती धूल गरदा से सकलडीहा कस्बा में लाखों की लागत से निर्मित विभिन्न शोरूम और दुकानें धूल गरदा के कारण उनकी रौनक गुम हो जा रही है। लोगों को दिन के उजाला में हेड लाइट जलाकर डेढ़ किलोमीटर मार्ग को पूरा करना पड़ता है। यही नहीं धूल गरदा के कारण आये दिन दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। जिसे लेकर लोगों में आक्रोश है। साथ ही सड़क किनारे निवासरत लोग सांस सहित तमाम बीमारियों की गिरफ्त में तेजी से आ रहे है, जिससे उनके अंदर गुस्सा बढ़ता जा रहा है। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के मंत्री, सांसद और ब्लॉक प्रमुख जैसे जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के होने के बाद भी समस्या से राहत नहीं मिल पा रहा है। उधर, अवर अभियंता पीडब्ल्यूडी रामकुमार चौहान शीघ्र सड़कों की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया है।