किसान बोले‚ बिजली विभाग की लापरवाही के कारण नलकूपों का नहीं हो पा रहा संचालन
Young Writer, चंदौली। बारिश नहीं होने से सिंचाई के अभाव में सूख रही धान की फसल को बिजली कटौती के कारण पानी नहीं मिला रहा है। इससे गुस्साए दर्जन भर गांव के किसानों ने शनिवार को चंदौली ब्लाक मुख्यालय के समक्ष नेशनल हाइवे को जाम कर दिया। इस दौरान किसानों ने बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी की और महकमे के अफसरों को आड़े हाथों लिया। आरोप लगाया कि विभागीय उदासीनता व लापरवाही के कारण चंदौली के किसानों की फसलें सूख रही है। बावजूद इसके अधिकारी व कर्मचारी लापरवाही व शिथिलता जारी रखें हुए है। उनका यह कृत्य किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाला है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


जनपद के खुरूहुआ, अकोढ़ा कला, सिकरी, सलेमपुर, पुरवां, बनौली कला, गोरारी, पैतुआ, पड़या, जसुरी, चनहटा, चुरमली गांव समेत आसपास के कई दर्जन गांवों के किसानों की फसलें इन दिनों सूखी पड़ी है, जिन्हें पानी की सख्त दरकार है। किसानों का कहना है कि बिजली कटौती के कारण हम सभी के निजी नकूलपों के साथ ही सिंचाई के लिए स्थापित राजकीय नलकूपों का संचालन नहीं हो पा रहा है, जिससे खेतों में दरारें दिखने लगी है और फसल पानी के अभाव में पीली पड़ने लगी है। बार-बार मिन्नत व शिकायत के बाद भी बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही दूर नहीं हुई। ऐसे में हम सभी किसानों को सिवान छोड़कर सड़क पर उतरना पड़ा है। कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का रवैया पूरी तरह से किसान विरोधी व गैरजिम्मेदाराना है जिसे अब किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान सड़क से तभी हटेंगे, जब उनके फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी का बंदोबस्त जिला प्रशासन की ओर से किया जाएगा। कहा कि लगातार प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे चंदौली के किसानों को सरकारी तंत्र की लापरवाही का भी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। किसान पूरी तरह से आर-पार की लड़ाई के मूड में है। सिवान में फसलों को बचाने के लिए ऐसे ही सड़कों पर आंदोलन होंगे। खबर लिखे जाने तक किसान नेशनल हाइवे पर डंटे रहे, जिस कारण चक्काजाम की स्थिति कायम हो गयी। हालांकि सूचना पर पहुंची पुलिस व एसडीएम सदर अजय मिश्रा ने किसानों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे।

