चंदौली ग्राम रोजगार सेवकों ने 10 सूत्री मांगों को लेकर निकाला जुलूस, कलेक्ट्रेट पहुचकर एडीएम को सौंपा ज्ञापन

चंदौली। बिछिया धरना स्थल पर मंगलवार को ग्राम रोजगार सेवकों ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। नाराज रोजगार सेवकों ने जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट पहुंचकर एडीएम उमेश मिश्रा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि 4 अक्टूबर को सरकार द्वारा की गई घोषणाओं पर कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया है जबकि संगठन द्वारा कई बार ज्ञापन व विभिन्न स्तरों पर अवगत कराया गया था। वर्तमान समय में ग्राम रोजगार सेवकों की मानदेय 7788 रुपया प्रति माह मिल रहा है। लेकिन 2218 रुपए विगत 10 माह बाद भी इपीएफ के यूएएन के खाते में जमा नहीं किया गया है। जिससे किसी भी मनरेगा कर्मी की मृत्यु पर उसके परिजनों को कोई लाभ नहीं मिली पाता है। रोजगार की मृत्यु होने पर मृतक आश्रित को उसी के पद पर समायोजन भी कराया जाए और रोजगार सेवकों से मूल ग्राम पंचायतों के साथ-साथ रिक्त पंचायतों में भी कार्य लिया जाना चाहिए। कहा कि मानव संसाधन नीति के संबंध में 25 मई को शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जा चुका है। ग्राम रोजगार सेवकों पर फर्जी कार्यवाही न किया जाए। यदि जल्द ही हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो ग्राम रोजगार सेवक संघ उग्र आंदोलन को बाध्य होगा। इस दौरान कन्हैया लाल, संतोष पांडेय, रामअवतार चौहान, श्याम बिहारी, सतीश चौहान, बिहारी राम, कमलेश यादव, मुकेश कुमार सिंह, अमरीश कुमार, अभिषेक कुमार तिवारी, विनीत कुमार, सावित्री सिंह, आरती यादव आदि लोग उपस्थित रहे।