Young Writer, बबुरी। अशोक इंटर कॉलेज को लेकर चल रहे अनियमितताओं की खबरों के बीच सोमवार को कस्बे के प्राचीन पोखरे पर क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने जुट कर प्रबंधक के बर्खास्तगी तथा मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
सोमवार की सुबह कस्बे के प्राचीन पोखरा स्थित शिव मंदिर प्रांगण में पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने एकत्रित होकर बैठक की। बैठक में अशोक इंटर कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति के गठन के बारे में चर्चा की गई। बैठक के दौरान लोगों ने प्रबंधक की अनियमितताओं पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अशोक इंटर कॉलेज क्षेत्र के तमाम मनीषियों के त्याग का परिणाम है, जिसे वर्तमान प्रबंधक अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए बेचते जा रहे हैं। कालेज के निर्माण के लिए क्षेत्र के अनेक दानदाताओं ने अपनी भूमि, धन तथा अपना बहुमूल्य योगदान दिया था। जिसे व्यक्तिगत लाभ के लिए अब खरीद-फरोख्त किया जा रहा है। मांग किया कि ट्रस्ट को समाप्त कर, विद्यालय की जमीन को तत्काल अशोक इंटर कॉलेज के नाम पर ट्रांसफर किया जाए। वित्तविहीन अध्यापकों व अध्यापकों के वेतन में किए गए धाांधली का जांच किया जाए साथ ही वक्ताओं ने प्रबंध समिति से प्रबंधक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की। इस दौरान डॉक्टर नरेंद्र प्रताप, धीरेंद्र प्रताप, लुटावन सिंह, देेवी चरण कुशवाहा, फूलचंद्र, लादूू सिंह, बसंत लाल गुप्ता, पुष्पराज सिंह, आनंद सिंह, आलोक सिंह, संजय सिंह यशवंत यादव, विजय उपस्थित रहे।
इस प्रकरण पर अशोक इंटर कॉलेज के प्रबंधक अशोक सिंह ने कहा कि यह सब षडयंत्र पूर्वक कार्य किया जा रहा है। वह जमीन सोसाइटी की है न की अशोक इंटर कॉलेज की है। सोसाइटी की जमीन को महाविद्यालय बनाने के लिए दिया गया है तथा महाविद्यालय बनने का कार्य भी प्रगति पर है। सोसाइटी की जमीन चार से पांच जगह है। उस पर सोसाइटी का जो भी निर्णय होगा। उस जमीन पर लोकहित में वही कार्य होगा। सोसायटी का मालिक प्रबंध कारिणी होता है। 15 किलोमीटर के रेंज में कहीं भी महाविद्यालय नहीं है इसलिए लोक कल्याण को देखते हुए प्रबंध कारिणी ने यहां महाविद्यालय बनाने के लिए प्रस्ताव दिया है।