शहाबगंज के पूर्व प्रमुख सरोज सिंह के पुत्र ने अर्जित की उपलब्धि
Young Writer, इलिया। चंदौली की धरा वाकई उपजाऊ है। यहां न केवल धान व अन्य फसलों की उम्दा पैदावार होती है, बल्कि चंदौली की धरा होनहारों को जन्म देने व उन्हें संवारने व निखारने में अव्वल है। यहां गांवों में पैदा होने वाली प्रतिभाएं खेल, नौकरी व शिक्षा के क्षेत्र में कड़ी मेहनत से अपने गांव-जवार, इलाके व जनपद का नाम रौशन कर रहे हैं। इन्हीं नामों में से एक हैं घोड़सारी निवासी शहाबगंज की पूर्व प्रमुख सरोज सिंह व अनुग्रह नारायण सिंह उर्फ बंटी के पुत्र श्रेय सिंह।


जो अपनी मेधा के बल पर आईआईटी खड़गपुर में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए चयनित हुए हैं। यह खबर परिवार के लिए खुशियों भरी थी, जिसने गांव व क्षेत्रवासियों के गौरव व मान को बढ़ाने का काम किया। पिता अनुग्रह नारायण सिंह अपने पुत्र श्रेय सिंह की उपलब्धि पर खासे खुश नजर आएं। वहीं मां सरोज सिंह ने हर बार की तरह अपने बेटे को प्यार व दुलार के साथ ही ऐसे ही मेहनत करने व उसके उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना के साथ हौसला बढ़ाया। आईआईटी खड़गपुर रवानगी से पहले श्रेय सिंह से मिलने पास-पड़ोस व जान-पहचान के लोगों का क्रम बना रहा। अब आगामी चार सालों तक श्रेय आईआईटी खड़गपुर में अपनी पढ़ाई पूरी करने के साथ ही अपने मेधा को तरासने का काम करेंगे। जो इनके मुस्तकबिल की ऊंची उड़ान में मील का पत्थर साबित होगा। विदित हो कि आईआईटी खड़गपुर देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक है जिसमें दाखिला लेना अपने आप को और अपने भविष्य को संवारने का सपना देखते हैं और पूरा करने के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं, लेकिन चुनिंदा लोगों के हक और हिस्से में ही आईआईटी खड़गपुर में पढ़ने और प्रौद्योगिकी को करीब से समझने के साथ ही कैरियर की ऊंची उड़ान भरने का अवसर मिल पाता है।