सारटेक्स मशीन स्थापित करने के लिए मिलरों ने मांगी मोहलत
Young Writer, चंदौली। सरकार के नए फरमान से परेशान जनपद के राइस मिलरों को बुधवार को सांसद एवं केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा.महेंद्रनाथ पांडेय की पहल पर खाद्य एवं रसद विभाग ने बड़ी राहत देने का आश्वासन दिया है। इसकी सूचना जनपद में आते ही मिलरों ने खुशी जाहिर करते हुए चंदौली सांसद एवं भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय का आभार जताया।
विदित हो कि गत एक पखवारा पूर्व खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से सूबे के समस्त राइस मिलरों को ब्लेण्डर के साथ सारटेक्स मशीन स्थापित करने का आदेश जारी किया गया है। ऐसे में जिला विपणन अधिकारी ने चंदौली के राइस मिलरों को उक्त मशीन स्थापित करने के बाद ही राइस मिल को सम्बद्ध किए जाने की बात कही, जिससे मिलरों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई। इससे हाल-परेशान राइस मिलरों ने चंदौली के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपनी समस्या जिलाधिकारी चंदौली ईशा दुहन तक पहुंचाई। कहा कि उक्त मशीन की लागत करीब 40 लाख है जिसे उपलब्ध होने में करीब दो माह का वक्त लगेगा, वहीं उसे स्थापित करने में कम से कम एक माह लग जाएंगे। ऐसे में धान खरीद का पूरा समय निकल जाएगा। कहा कि चंदौली में मोटे प्रजाति नाटी-मंसूरी धान की खरीद होती है जिसके दाने अच्छी क्वालिटी के होते हैं। शासनादेश में सारटेक्स मशीन लगाने के आदेश से सभी मिलर परेशान है और उसे लगा पाना संभव नहीं है। लिहाजा इसे स्थापित करने के लिए राइस मिलरों को कम से कम एक वर्ष का समय दिया जाए। इन्हीं मांगों को लेकर पूर्वांचल राइस मिलर्स एसोसिएशन का एक दल चंदौली सांसद व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय से बुधवार को मिला और अपनी समस्या को बिंदुवार रखा। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद से वार्ता की। जिसे संज्ञान में लेते हुए प्रमुख सचिव ने चंदौली जनपद को छूट देने का आश्वासन दिया है। इससे चंदौली जिले के राइस मिलरों ने राहत की सांस ली है। आभार जताने में अध्यक्ष संजीव सिंह, ओमप्रकाश सिंह, आनंद सिंह, नंदलाल मौर्य, महेंद्र गुप्ता, रामनगीना गुप्ता, बृजेश सिंह, अशोक सिंह, गोलू, ओमप्रकाश गुप्ता, नन्दू गुप्ता, टीएन सिंह, विनोद कुमार पांडेय, सुनील जायसवाल आदि शामिल रहे।