मुठभेड़ः वराणसी पुलिस व बदमाशों के बीच ताबड़तोड़ चली गोलियां‚ दो बदमाश ढेर

Young Writer: वाराणसी पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमी पुलिस।
Young Writer: वाराणसी पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमी पुलिस।

Young Writer, वाराणसी। Varanasi Commissionerate वाराणसी कमिश्नरेट के थाना बड़ागांव क्षेत्र में शातिर बदमाशों के मूवमेंट को इंटरसेप्ट करने हेतु वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और बड़ागांव पुलिस की टीम ने की घेराबंदी। इस बीच बदमाश खुद को घिरता देख क्राइम ब्रांच और बड़ागांव पुलिस टीम पर कई राउंड फायर किया। बदमाशों की फायरिंग में क्राइम ब्रांच के आरक्षी शिव बाबू को गोली लग गई। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्यवाही में दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं तीसरा बदमाश मौके से हुआ फरार। बदमाशों के पास से एक 9 mm Browning पिस्टल और एक 32 बोर का पिस्टल बरामद हुआ है । इसके अलावा पुलिस को मौके से एक काले रंग की बाइक, मोबाइल फोन और कुछ कागजात बरामद हुई है।

बदमाशों को समुचित इलाज हेतु अस्पताल भेजा गया है। मुठभेड़ में घायल दोनो बदमाशों को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किया गया है। दोनो की डेड बॉडी मोर्चरी में रखवा दी गई है। मौका ए वारदात के लिए फील्ड यूनिट सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अधिकारी पहुंच गए। बिहार पुलिस की सूचना के अनुसार मारे गए बदमाशों की शिनाख्त (1) रजनीश उर्फ बऊआ सिंह पुत्र शिव शंकर निवासी गोलवा थाना मोहद्दीनगर जिला समस्तीपुर। तथा (2) मनीष पुत्र शिवशंकर‚ दोनों सगे भाई बताए गए हैं। तीसरा फरार आरोपी इनका भाई लल्लन है। यह तीनों अत्यंत शातिर हत्यारे एवं लुटेरे हैं । इनका डिटेल्ड क्रिमिनल हिस्ट्री बिहार पुलिस से मांगी गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार तीनों हाल ही में पटना जेल से भागे हैं और बिहार पुलिस को इनकी सरगर्मी से तलाश थी। हाल ही में दरोगा की लूटी हुई पिस्टल से बरामद 9 mm Browning पिस्टल के मिलान की कार्यवाही हेतु हेड आर्मोरर को भेजा गया है।

वाराणसी में मारे गए दोनों बदमाश रजनीश सिंह और मनीष सिंह और इनका तीसरा भाई लल्लन 9 सितंबर 2022 को पटना की बाढ़ जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे, तभी से बिहार पुलिस इनकी जबरदस्त तरीके से तलाश में थी, लेकिन ये तीनो भाई भागकर वाराणसी में शरण लिए थे। तीनो भाइयों ने छह मार्च, 2017 को पटना के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के समीप पीएनबी बैंक की शाखा से बदमाशों ने दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूट लिए थे। इस दौरान बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजित यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीनों इसी कांड के आरोपित थे। इन तीनों पर पूर्व मे एक दारोगा, एक एएसआइ की भी हत्या करने का आरोप था। ये सब पांच भाई है, एक भाई सीधा साधा है जो समस्तीपुर में गांव पर रहता है, इनका एक और भाई किसी संगीन जुर्म में झारखंड की जेल में बन्द है। बाकी ये तीनो सगे भाई संगठित तरीके से लगातार अपराध की घटनाओ को अंजाम दे रहे थे।