चंदौली। चहनियां ब्लाक के रूपेठा ग्राम पंचायत के प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव पर वित्तीय अनियमितता का आरोप है। अधिकारियों की जांच में प्रथम दृष्टिया दोनों दोषी पाए गए हैं। इसपर डीएम ईशा दुहन ने प्रधान का वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज करने का आदेश दिया है। साथ ही उपकृषि निदेशक और ग्रामीण अभियंत्रण के एक्सईएन को जांच अधिकारी नामित किया है।
जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि चहनियां विकास खंड के रूपेठा प्रधान राकेश व ग्राम पंचायत सचिव बाबूलाल के विरुद्ध कार्यों में वित्तीय अनियमितता के संबंध में गांव के ही मुन्ना पांडेय ने शिकायत पत्र दिया था। इसपर डीएम ने उपायुक्त स्वत: रोजगार और जलनिगम के एक्सईएन को मामले की जांच करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में ग्राम पंचायत भवन के मरम्मत में तकरीबन तीन लाख खर्च किए गए थ। टेंडर प्रक्रिया का पूरी तरह अनुपालन नहीं कराया गया। मात्र एक स्थानीय समाचार पत्र में टेंडर का विज्ञापन प्रकाशित कराकर एक ही व्यक्ति ने तीन अलग-अलग नामों से टेंडर डाला था। वहीं प्रांजल इंटर प्राइजेज से कोटेशन लेकर भुगतान कर दिया गया। इसी तरह बगैर टेंडर के अधिक मूल्य पर 44 बेंच खरीदे गए। मंदिर के पास तालाब का आधा अधूरा संुदरीकरण कराकर पूरा भुगतान कर दिया गया। हैंडपंप रिबोर के नाम पर भुगतान कर दिया गया। जबकि जांच में अधिकारियों ने पाया कि हैंडपंप अभी भी खराब पड़ा है। हालांकि अधिकारियों की जांच के बाद प्रधान और सेक्रेटरी ने हैंड पंप का रिबोर करा दिया। अधिकारियों की जांच के आधार पर डीएम ईशा दुहन ने प्रधान के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए हैं। साथ ही जांच के लिए अधिकारियों को नामित किया है। जांच प्रक्रिया पूर्ण होने तक तीन सदस्यीय समिति प्रधान पद के दायित्वों का निर्वह्न करेगी