समाजवादी पार्टी ने किसानों के मुद्दे पर बिछियां धरनास्थल पर दिया धरना
Young Writer, चंदौली। पूर्व सांसद रामकिशनु किसानों के मुद्दे पर सोमवार को जिला प्रशासन व सरकार पर हमलावर रहे। इस दौरान उन्होंने बरंगा समेत आधा दर्जन गांव के किसानों से उनके जमीन से भूमिधरी का हक छिनने का काम जिला प्रशासन ने किया है। कहा कि बहुत से किसान आजादी के पहले से उक्त जमीन पर कायम है। इसमें कुछ किसानों ने अपनी जमीन बेच दी। वहीं कुछ ने चकबंदी में अपनी जमीन के बदले ताल में जमीन लिया। अब रायल ताल के नाम पर किसानों से उनकी जमीन छिनी जा रही है। जबकि वास्तविकता यह है कि आज भी 51 एकड़ में रायल ताल मध्य में स्थित है। पूर्व सांसद रामकिशुन बिछियां धरनास्थल पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए कही।
सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव ने कहा कि जिला प्रशासन लगातार किसानों वादाखिलाफी कर रही है। किसान कानून में विश्वास रखता है और अपनी जमीन के लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ना चाहता है, लेकिन जिला प्रशासन ने विवादित मौजों के कागजात को सील करने किसानों को इस अधिकार से वंचित रखा है, जो जिला प्रशासन की तानाशाह पूर्ण रवैये को दर्शाता है। एडीएम ने एक सप्ताह के अंदर किसानों को जमीन के कागजात मुहैया कराने का वादा किया है। यदि जिला प्रशासन अपने वादे पर कायम नहीं रहता है तो किसान जिला प्रशासन के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिलाध्यक्ष सत्यनरायन राजभर ने कहा कि रायल ताल मामले में यदि कोई तकनीकी या न्यायालयीय पेंच है तो कानून में परिवर्तन कर किसानों का हित लाभ किया जाए। जैसे आदिवासियों के लिए केंद्र सरकार ने कानून में परिवर्तन में जल, जंगल व जमीन का नियम लागू किया है। उसी तर्ज पर किसानों के हित लाभ को भी ध्यान में रखा जाए। अखिलेश्वर यादव ने चेताया कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो शासन-प्रशासन को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी सदैव किसानों के हक और अधिकारों के लिए सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करने को तैयार है। इस अवसर पर पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव, योगेंद्र यादव चकरू, चंद्रशेखर यादव अंकित यादव, नफीस अहमद, अशोक त्रिपाठी, दिलीप पासवान, अरविंद पासवान, अरविंद यादव, मुसाफिर सिंह चौहान, अमरनाथ जायसवाल, संतोष यादव, चंद्रभानु यादव, अनिल मिश्रा, सुदामा यादव, आरिफ अहमद, गार्गी पटेल, आरती यादव, सुभाष यादव, रवींद्र यादव आदि उपस्थित रहे।