यूपी विधानसभा में नियम-56, 51 व 301 के तहत उठाए चंदौली जनपद के कई मुद्दे
Young Writer, चंदौली। सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने बुधवार को यूपी विधानसभा में नियम-56, नियम-51 व नियम-301 के तहत जनपद के कई महत्वपूर्ण समस्याओं को उठाया। सदन को चंदौली पालीटेक्निक के आवास पर अधिकारियों के कब्जे, व्याप्त अनियमितता, भ्रष्टाचार के साथ ही छात्रावास से जुड़ी समस्याओं को मजबूती के साथ पटल पर रखा। इसके अलावा डीडीयू नगर पालिका में आउटसोर्सिंग के जरिए तैनात कर्मियों का मानदेय छह माह से रूके होने की समस्या से अवगत कराया।
उन्होंने नियम-56 के तहत विधानसभा में चंदौली पालीटेक्निक कालेज के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 1972-73 में तत्कालिक मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी के कार्यकाल में चंदौली पालीटेक्निक में तीन वर्षीय कृषि अभियंत्रण पाठ्यक्रम शुरू किया गया था। आज कृषि अभियंत्रण विभाग की प्रयोगशाला लगभग 20 वर्षों से बंद है। इस कारण करोड़ों रुपये के कृषि उपकरण खराब हो चुके हैं। कहा कि पालीटेक्निक परिसर में बने शिक्षकों के आवास में शिक्षकों के स्थान पर विभिन्न सरकारी विभागों के कर्मचारियों व अधिकारियों का कब्जा है। जिस कारण शिक्षक कालेज परिसर से बाहर रहने के लिए मजबूर है। वर्ष 2009-10 से संस्थान में स्ववित्त पोषित कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके फीस की आडिट नहीं होती। कहा कि पालीटेक्निक कालेज वित्तीय अनियमितता व भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। इसके साथ ही छात्राओं के छात्रावास का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है। वहीं छात्रों का हास्टल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। इसके अलावा सकलडीहा विधायक ने नियम-301 के तहत अपने विधानसभा में पपौरा, अमिलाई-प्रभुपुर मार्ग जो करीब सात किलोमीटर लम्बा है विगत आठ वर्ष से सम्पर्क मार्ग का कार्य किया जा रहा है। उक्त सड़क पूरी तरह से गड्ढायुक्त है। इससे आमजन को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। किसानों व जनहित में उपरोक्त संपर्क मार्ग का विशेष मरम्मत कराए जाने की आवश्कता है। इसके अलावा नियम-51 के तहत डीडीयू नगर में आउटसोर्सिंग के जरिए तैनात कर्मचारियों के छह माह से रुके पड़े मानदेय को दिए जाने की आवश्यकताओं पर बल दिया।