चंदौली के कांशीराम आवास परिसर स्थित बूथ संख्या-5 पर आप प्रत्याशी ने पकड़ी गड़बड़ी
Young Writer, चंदौली। नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को नगर अंतर्गत कांशीराम आवास स्थित बूथ संख्या-5 पर फर्जी मतदान को लेकर हंगामा हो गया। बूथों का जायजा लेने पहुंची आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रत्ना सिंह ने फर्जी वोटरों को वोट डालते देख तो उन्होंने इसका विरोध किया। यह देख वहां फर्जी मतदान के लिए कतारबद्ध बाहरी लोग भागने लगे, जिससे वहां भगदड़ जैसी स्थिति कायम हो गयी। जल्द मिनटों में सूचना पूरे नगर में फैल गयी और चुनाव लड़ रहे अन्य प्रत्याशी भी वहां आ गए। वहीं दूसरी ओर चुनाव ड्यूटी में लगे सकलडीहा सीओ राजेश राय, एसडीएम सकलडीहा मनोज पाठक समेत आरओ दिग्विजय प्रताप समेत भारी संख्या में पुलिस जमा हो गयी।
इस दौरान पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए चार पुरुषों व पांच महिलाओं को फर्जी मतदान करने के आरोप में हिरासत में ले लिया। इस दौरान वहां मौजूद प्रत्याशी सुदर्शन सिंह, बसपा प्रत्याशी देवी शरण जायसवाल समेत अन्य प्रत्याशियों ने बूथ पर मतदान रोकने की मांग की। लेकिन प्रशासन ने उन्हें भरोसे में लेते हुए मतदान की प्रक्रिया को जारी रहा। फर्जी मतदान की घटना से आसपास माहौल तनावपूर्ण हो गया और वहां अन्य दलों के समर्थक मुस्तैद हो गए। बताते हैं कि सुबह के वक्त 10 बजे के करीब आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रत्ना सिंह कांशीराम आवास परिसर स्थित प्राथमिक विद्यालय पर बने बूथों का जायजा लेने पहुंची। इस दौरान उनकी निगाह वोटरों की कतार पर पड़ी।
उन्होंने पाया कि बहुत से मतदाता ऐसे हैं जो नगर क्षेत्र के निवासी न होकर आसपास गांव के रहने वाले है। ऐसे में उन्होंने उन मतदाताओं को वोट देने से रोकने के लिए विरोध किया। इससे वहां सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी भी आ गए। आप आदमी पार्टी के समर्थकों ने संदिग्ध मतदाताओं को चिह्नित करना शुरू किया तो कतार में लगी महिलाएं व पुरुष वहां से हटने लगे। इससे फर्जी वोट डालने को लेकर पनपा संदिग्ध पुख्ता होने लगा। प्रत्याशी समर्थकों फर्जी मतदाताओं को धर-पकड़ का प्रयास किया गया, जिससे वहां भाग-दौड़ व भगदड़ की स्थिति मच गयी और आसपास निवासरत लोग भी बूथ के बाहर जमा हो गए। देखते ही देखते अन्य प्रत्याशी भी गड़बड़ी व फर्जी वोटिंग की सूचना पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर लिया। प्रत्याशियों का आरोप था फर्जी मतदान कराकर लोकतंत्र के महापर्व को कलंकित करने का प्रयास किया जा रहा है। बूथ पर फर्जी मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता इंतजाम किया और जब तक ऐसा नहीं होता है मतदान की प्रक्रिया को रोका जाए। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने प्रत्याशियों को भरोसे में लेकर मामले को शांत कराया और फर्जी मतदान का प्रयास कर रहे नौ लोगों को हिरासत में लेकर थाने फिजवाजा। हालांकि घटना के बाद बूथा पर भारी संख्या में फोर्स के साथ ही प्रत्याशियों के एजेंट व समर्थक डंटे रहे, ताकि दोबारा फर्जी मतदान न होने पाए। फिलहाल फर्जी वोटिंग की इस घटना से नगर के सभी बूथों पर संवेदनशीलता बढ़ गयी और सभी प्रत्याशी अपने बूथ एजेंटों के सक्रिय और सतर्क नजर आए।