चकिया। नगर के वार्ड नंबर-4, कबीर नगर में पिछले कई वर्षों से बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित अस्पताल पर बुधवार की दोपहर जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि दशरथ चन्द्र सोनकर के शिकायती पत्र के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। स्वास्थ्य विभाग की टीम की छापेमारी की सूचना मिलते ही आसपास के झोलाछाप डॉक्टरों और बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे अस्पताल व पैथोलॉजी सेंटर मताला मार रफूचक्कर हो गये।
बीते 12 मई को इलिया की निवासी गुंजा देवी के यूट्रस का ऑपरेशन मां मुंडेश्वरी अस्पताल में किया गया था। हालत गंभीर होने पर अस्पताल संचालक द्वारा उसे वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुंजा के परिजनों ने मामले को संज्ञान में लेकर मां मुंडेश्वरी अस्पताल के संचालक और डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए सीएमओ को पत्राचार किया गया था। पत्र को संज्ञान में लेकर बुधवार की दोपहर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुप कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा.विकास सिन्हा सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल पर छापेमारी की। इस दौरान अस्पताल का रजिस्ट्रेशन बीते अप्रैल माह तक का ही मिला। इसके अलावा जिन डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के नाम से अस्पताल संचालित हो रहा था उनमें से कोई मौके पर मौजूद नहीं मिला। स्वास्थ्य विभाग के पूछने पर अस्पताल संचालक डॉ धर्मेंद्र कुमार यादव ने बताया कि गुंजा देवी का वाराणसी के एक निजी चिकित्सालय में अस्पताल प्रशासन अपने खर्च पर इलाज करा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चेताया कि जल्द रजिस्ट्रेशन नहीं कराया तो अस्पताल को सील कर दिया जाएगा। इस दौरान डा. विनोद कुमार सहित तमाम स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।