बबुरी। क्षेत्र के चित्तौड़ी गांव के पास चंद्रप्रभा नदी में रविवार की दोपहर रेग्यूलेटर पर दोस्तों के साथ नहाने गए एक बालक की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। जिससे नाराज स्वजन व ग्रामीणों ने चकिया मुगलसराय मार्ग पर चक्का जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के दुदे गांव निवासी प्रदीप राम का पुत्र मोहित 12 वर्ष रविवार की दोपहर अपने कुछ दोस्तों के साथ चितौडी गांव के पास चंद्रप्रभा नदी पर बने रेग्यूलेटर पर नहाने आया हुआ था। सभी बच्चे ट्यूब के सहारे नदी में तैर रहे थे। कि मोहित गहरे पानी में समा गया। मोहित को डूबता देख उसके दोस्तों के हाथ पांव फूल गए। साथ में नहा रहे बच्चे डर के मारे घटनास्थल से भाग निकले। काफी देर बाद मोहित के पिता प्रदीप राम को घटना की जानकारी मिली तो उनके परिवार में कोहराम मच गया। आनन फानन में मोहित के परिजन तथा ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। कुछ लोगों ने रेगुलेटर में उतर कर मोहित के शव को ढूंढने की कोशिश की लेकिन काफी मशक्कत के बाद भी उसका शव नहीं मिल पाया। देखते ही देखते उक्त स्थान पर सैकड़ो ग्रामीणों की भीड़ लग गई। मोहित के परिजनों ने घटना की सूचना स्थानीय थाने पर दी। जिस पर पहुंचे थानाध्यक्ष बबुरी अनिल कुमार पांडेय ने विभाग में संपर्क कर गोताखोरों की व्यवस्था करने के लिए बात की। देर होने पर ग्रामीण तथा स्वजन नाराज हो गए। तथा चकिया मुगलसराय मार्ग को जाम कर दिया। उग्र ग्रामीण पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। सूचना पर चकिया तथा अलीनगर थानों की भी पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी मुगलसराय अनिरुद्ध सिंह ने ग्रामीणों को समझा बूझकर चक्का जाम समाप्त कराया। इसके बाद देर शाम पहुंचे गोताखोर बालक के शव को खोजने के लिए रेगुलेटर में उतरे लेकिन समाचार लिखे जाने तक बालक का शव नहीं मिल पाया। मृतक के पिता प्रदीप राम ने बताया कि गांव के ही दो लड़के मोहित के साथ रेगुलेटर पर नहाने के लिए गए हुए थे। मोहित को तैरना नहीं आता था। पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों बच्चे मोहित को लेकर जबरदस्ती रेगुलेटर में कूद गए। तैरना न आने के कारण वह गहरे पानी मे डूब गया। सूचना देने के घंटों बाद भी बबुरी पुलिस गोताखोरों को नही बुला पाई।