Young Writer, चंदौली। चकिया के शिकारगंज स्थित सीलिंग प्रक्रिया के तहत अतिरिक्त घोषित बैराठ फॉर्म की जमीन पर चल रहे शांतिपूर्ण अनिश्चितकालीन धरने में व्यवधान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भाकपा(माले) का प्रतिनिधिमंडल अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन से मिला। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सीलिंग प्रक्रिया के अतिरिक्त घोषित भूमि बैराठ फॉर्म की जमीन को इलाके के बनवासियों, गरीबों, भूमिहीनो में बंटे जाने सहित कई सवाल को लेकर पिछले 30 अक्टूबर 2023 से ही भाकपा(माले), किसान महासभा तथा अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा(खेग्रामस) के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है।
बताया कि 27 अगस्त को अबुबकर और चंद्रदेव चौहान द्वारा बस्ती में घूम-घूमकर मोबाइल से वीडियो बनाया जा रहा था। पुनः 30 अगस्त को दोपहर व शाम करीब 6.30 बजे उक्त अबुबकर वीडियो बना रहा था तो महिलाओं ने टोका। इस पर अबुबकर झगड़े पर उतारू हो गया। धरनास्थल पर मौजूद आंदोलन के नेतृत्वकारी भाकपा(माले)ब्लॉक सचिव विजई राम, अखिल भारतीय खेत एव ग्रामीण मजदूर सभा ब्लॉक अध्यक्ष संजय यादव, पनारू यादव, पिंटू यादव, विष्णु वनवासी, विनोद वनवासी ने जाकर बीचबचाव किया। किंतु झगड़े का आधार बनाकर उक्त नेतृत्वकारी कार्यकर्ताओं के खिलाफ अबूबकर द्वारा शिकारगंज चौकी तथा थाना चकिया में फर्जी तरीके से मारपीट करने मोबाइल की छिनैती का प्रार्थना पत्र देकर स्थानीय पुलिस को मिलाकर, चल रहे अनिश्चित कालीन धरने पर अशांति पैदा करने तथा आंदोलन को डिस्टर्ब करने की कोशिश किया जा रहा है। मांग किया कि शांतिपूर्ण आंदोलन में व्यवधान पैदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही किया जाए अन्यथा 10 सितंबर से जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में अनिल पासवान, विजई राम, संजय यादव, रमेश चौहान तथा पिंटू शामिल थे।