चंदौली। शिक्षाधिकारी और ठेकेदार के बीच कमीशन को लेकर हुई। बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद पूर्व बीएसए सत्येंद्र सिंह मुश्किलें बढ़ गई। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए शासन की तरफ से पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए है। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या जांच कर एक महीने के भीतर अपनी जांच आख्या प्रस्तुत करेंगे।
दरसअल पिछले दिनों फर्नीचर टेंडर और उसके भुगतान में कमीशन को लेकर ठेकेदार और शिक्षाधिकारी का ऑडियो वायरल मामला सामने आया था। जिसमें शिक्षाधिकारी पूर्व बीएसए सत्येंद्र सिंह ठेकेदार से 6 प्रतिशत कमीशन की मांग करते सुनाई दे रहे है। जबकि ठेकेदार नुकसान का हवाला देते हुए 4 प्रतिशत कमीशन की बात कहते हुए गिड़गिड़ा रहा है। यहीं नहीं इस वायरल ऑडियो में बीएसए की तरफ से जिलाधिकारी के नाम पर भी पैसे की मांग की गई। जिसका संज्ञान लेते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक की तरफ से संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या को ‘पूर्व बीएसए द्वारा कहा गया मुझे और डीएमको 6 प्रतिशत चाहिए’ मामले में उभयपक्षों को सुनते हुए अपनी जॉच आख्या एक माह के अन्दर उपलब्ध कराने को लेकर कहा है। बहरहाल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला पटल पर आने के बाद हुई। शिक्षा विभाग की किरकिरी के बाद शासन की तरफ से मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश तो दे दिए। लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि जांच रिपोर्ट में क्या तथ्य निकलकर सामने आते है. यह जांच तय समय सीमा के अंदर पूरी हो पाती है या फिर अन्य जांचों की तरह यह जांच भी फ़ाइलों में दबकर रह जाती है।