चंदौली। जनपद गाजीपुर में एंटी करप्शन टीम की ओर से लेखपाल के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में शनिवार को लेखपाल संघ की ओर से सदर तहसील परिसर में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान लेखपालों ने विजिलेंस टीम की ओर से किए गए कार्यवाही पर सवाल उठाए और इस पर प्रभावी रोक लगाने की मांग की। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम संबोधित मांग पत्र सदर एसडीएम को सौंपा।
इस दौरान धरनारत लेखपालों ने कहा कि विजिलेंस टीम की ओर से लेखपालों को फंसाने की कार्रवाई बढ़ती ही जा रही है। लेखपाल राजस्व विभाग का फील्ड कर्मचारी है। जिसका संबंध जनता से सीधे होता है। जनता की भूमि विवाद सहित अधिकांश समस्याओं से संबंधित संदर्भ निस्तारण के लिए लेखपाल के पास ही आते हैं। दो पक्षों के विवाद के निस्तारण संबंधी की गई कार्रवाई से किसी एक पक्ष का असंतुष्ट होना स्वाभाविक है। विधि विरूद्ध कार्य कराने में असफल व विविध कारणों से असंतुष्ट व्यक्ति लेखपालों के खिलाफ साजिश करके एंटी करप्शन टीम की ओर से पकड़वाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। जिसे देखते हुए इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। इस अवसर पर संदीप सिंह, आनंद कुमार राव, बजरंगी यादव, फरीद अंसारी, हरिशरण, आदित्य मिश्रा, रामआसरे यादव, माधुरी पाण्डेय, रितेश सिंह, अनुराग पटेल, तौफिर अहमद सहित लेखपाल संघ के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
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एंटी करप्शन टीम की मनमानी से लेखपालों में आक्रोश
नौगढ़। एंटी करप्शन टीम की जारी मनमानी से आक्रोशित लेखपालों ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर शनिवार को तहसील परिसर में कार्य बहिष्कार कर के विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि बीते 02 जनवरी को एंटी करप्शन टीम ने जनपद गाजीपुर के तहसील कासिमाबाद में कार्यरत लेखपाल को जबरदस्ती फंसाया गया है। लखनऊ व महाराजगंज में भी लेखपाल को जबरदस्ती फंसाने की घटना हो चुकी है। लेखपाल संघ अध्यक्ष विक्रम पासवान के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया। विरोध प्रदर्शन करने वालों में त्रिलोकीनाथ, मनीष सिंह, संतोष कुमार, जावेद, संजय पासवान, सत्येन्द्र, अतुल कुमार, देवेन्द्र, संदीप सिंह, राजीव सिंह, सादाब, अजय मिश्रा, अजय श्रीवास्तव मनोज कुमार शामिल रहे।