राजनीतिक दलों का आरोप‚ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करती नजर आ रही धानापुर पुलिस
Young Writer, चंदौली। पांच राज्यों में चुनावों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गयी है। यानी चुनाव तक अब निर्वाचन आयोग की सरकार चलेगी। ऐसा अब तक कहा और सुना जाता है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन पहला काम यह होता है कि वह सभी दलों के, सभी तरह के प्रचार सामग्री को सभी जगह से हटा दे। फिर चाहे पर सत्ता में ही राजनीतिक पार्टी हो या सूबे के मुखिया यानी मुख्यमंत्री के ही बैनर पोस्टर क्यों न हो। जनपद में भी शनिवार को आदर्श आचार संहिता लागू होते ही जोर-शोर से यह अभियान चला, जो अब ठंडा पड़ गया है। लेकिन पुलिस अपने ही थाने-कोतवाली से मुख्यमंत्री की तस्वीर लगे बैनर-पोस्टर को हटाने में चूक गया। जी हां! इसी आरोप के साथ राजनीतिक दलों पर इस पर ऐतराज जताने के पुलिस पर सवाल भी उठने लगे हैं।

खबर से जुड़ी तस्वीर चंदौली जनपद के धानापुर थाने की बताई जा रही है। पहली तस्वीर, जो धानापुर गेट के बाहर चहारदीवारी की है उसमें महिला हेल्प डेस्क का बैनर लगा है, जिस सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर है। इसी तरह दूसरी तस्वीर थाने की अंदर की है जहां हेल्पलाइन नंबर 1076 के बैनर में भी सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर संलग्न नजर आ रही है। स्थानीय राजनेताओं ने इन बैनर-पोस्टर पर कड़ा ऐतराज जताया है। कहा कि इन्हें हटाया जाना आदर्श आचार संहिता के अनुपालन की कड़ी में आवश्यक है। यदि पुलिस इसे नहीं हटाती है तो वह निर्वाचन आयोग द्वारा तय किए गए नियमों व कानूनों का तोड़ती है। इनका कहना था कि जब थाना-पुलिस ही आदर्श आचार संहिता की अनदेखी कर रहे हैं तो दूसरे भी इससे प्रेरित होंगे। ऐसे में आचार संहिता का अनुपालन हो पाना मुश्किल हो जाएगा। लिहाजा पुलिस-प्रशासन को इसकी पहल खुद से करने की जरूरत है। यदि वही कानून का पालन नहीं करेंगे तो दूसरों को कैसे इसके लिए प्रेरित व जागरूक करंेगे। फिलहाल ये दो तस्वीरें पुलिस पर सवाल करने के लिए पर्याप्त है। अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन उस बैनर-पोस्टर को कब हटवाता है।