Young Writer, चंदौली। उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने गुरुवार को बैठक की। इस दौरान प्रदेश सरकार द्वारा अल्प मानदेय वृद्धि किए जाने पर नाराजगी जताई। साथ विरोध में जमकर नारेबाजी भी की। अध्यक्ष विकास यादव ने बताया कि अनुदेशकों की नियुक्ति के वक्त मानदेय सात हजार रुपये था। जिसे 2016 में 8470 कर दिया गया। सत्र 2017 में मानदेय को बढ़ाकर 17 हजार कर दिया गया, जो अभी तक भुगतान नहीं हो पाया। यूपी सरकार द्वारा 8470 में 1470 रुपये की कटौती की गइ, जबकि उच्च न्यायालय के दोनों खण्ड पीठों द्वारा 17 हजार भुगतान का आदेश दिया जा चुका है। जिलाध्यक्ष अभिनव सिंह ने कहा कि योगी सरकार द्वारा दो हजार रुपये मानदेय बढ़ाने का जो लालीपाप अनुदेशकों को दिया गया है वो बस दिखावा है। संगठन लम्बे समय से नियमितीकरण की मांग करती है संगठन के मांगों का सम्मान करते हुए सरकार हम सभी को नियमित करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए। इससे अलावा किसी अन्य किसी मांग पर विचार नहीं होगा। कहा कि सरकार ने अनुदेशकों की मांगों को हमेशा नजरअंदाज करने का काम किया है। यही वजह है कि सरकार ने मानदेय बढ़ोत्तरी जैसे अहम मुद्दे पर भी सरकार ने शिथिलता बरती। इस अवसर पर रविंद्र शंकर सिंह, राधा, प्रतिभा, नवीन, धीरज, दिवाकर, प्रवीण, हेमंत आदि मौजूद थे।
