Young Writer, नौगढ़। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आर राम्या ने शनिवार को कई विभागों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान असंतोषजनक कार्य देखकर नाराजगी जाहिर की। साथ ही लापरवाह विभागीय कर्मचारियों व अफसरों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने के लिए शासन को रिपोर्ट प्रेषित किया जाएगा। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आर राम्या भरदुआ गांव स्थित रेशम फार्म द्रारा किए जाने वाले रेशम कीट पालन का स्थलीय सत्यापन करने पहुंची, जहां पर कोई भी रेशम विभाग का अधिकारी व कर्मचारी मौजूद नहीं रहा।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने रेशम कीट पालन के लिए निर्धारित भू भाग में लगाए गये अर्जुन के पेड़ पौधों की खराब प्रगति देखकर काफी नाराजगी जाहिर की। वहीं रेशम कीट पालन वाले क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण पाया। इसके साथ ही मौके पर ग्रामीण अपने पालतू पशु चरते हुए मिले। विकास खण्ड परिसर में स्वयं सहायता समूह द्रारा संचालित दुकान का निरीक्षण कर के प्रसन्नता जाहिर की। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की काफी सराहना करते हुए कही कि स्वदेशी उत्पाद को बाजार मूल्य से काफी कम दर पर सेनेटाईजर मास्क आदि सामानों को बेचकर महिलाएं आत्मनिर्भर होकर आय अर्जन कर रही है। इसके बाद ब्लाक के सभी कार्यालयों का निरीक्षण करते हुए अनेकों कमियां मिलने पर नाराजगी जाहिर की। वन रेंज कार्यालय नौगढ का निरीक्षण कर के वन विकास से संबंधित योजनाओं व स्थलीय कार्यान्वयन के बारे में आवश्यक जानकारी हासिल करके धान क्रय केन्द्र देवखत का भी निरीक्षण किया, जहां पर मौजूद किसानों ने बताया कि सरकार द्रारा धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने मंे काफी कठिनाई हो रही है। सिर्फ मंसूरी धान की ही खरीद की जा रही है, जबकि पहाड़ी क्षेत्र में सिंचाई के साधनों की कमी होने से अधिकांश किसान मोटा धान की खेती करते हैं। वहीं धान क्रय केन्द्र पर बेची गयी उपज में पांच किलो प्रति कुंतल की दर से कटौती करके ही पावती रसीद दी जाती है, जिसका विरोध किए जाने पर क्रय केन्द्र प्रभारी धान मे अनेकों कमी होना बतलाकर धान वापस ले जाने को कह दे रहे हैं।