जमीन के बदले जमीन के भरोसा माना किसान परिवार
Young Writer, चंदौली। चंदौली कलेक्ट्रेट परिसर के पास भूमिगत विद्युत केबल बिछाने के कार्य का शनिवार को एक किसान परिवार ने विरोध किया। किसान परिवार मुआवजा मिलने के बाद अपनी जमीन से केबल ले जाने की मांग कर रहा था। विरोध के बाद जहां बिजली विभाग ने कदम पीछे खींच लिए, वहीं सूचना पहुंचे एसडीएम सदर व भारी फोर्स के कारण मौके पर तनाव की स्थिति बन गयी। ऐसी स्थिति में किसान का परिवार बच्चों के साथ जेसीबी के समक्ष खड़ा हो गया। मामला बिगड़ता देख एसडीएम सदर अजय मिश्रा ने डीएम संजीव सिंह से बातचीत कर किसान को जमीन के बदले अन्यत्र जमीन दिए जाने की बात कहकर मामले को संभाला, तब जाकर किसान परिवार मौके से हटा। इस दौरान पूरे दिन मौके पर ग्रामीणों की भीड़ व भारी पुलिस फोर्स कलेक्ट्रेट के पास डंटी रही।
बताते हैं कि कलेक्ट्रेट परिसर में बनाए गए स्वतंत्र फीडर के लिए भूमिगत केबिन बिछाई गयी है, जिसमें खराबी आने के बाद शनिवार को खोदाई कर नयी केबिन डाली जा रही थी। इस बीच जैसे ही जेसीबी जसुरी निवासी डोमन चौधरी के खेत के पास खोदाई के लिए पहुंची किसान द्वारा खुदाई कार्य को रोकवा दिया गया। थोड़ी देर में किसान पुत्र पूरे परिवार के साथ वहां आ गया। किसान परिवार जमीन का मुआवजा मिलने के बाद ही केबिन बिछाने के लिए खोदाई करने की मांग पर अड़ गए। विरोध के कारण बिजली विभाग के काम रोक दिया और अफसरों को इसकी जानकारी दी। मौके पहुंचे सदर तहसीलदार व पुलिसकर्मियों ने डोमन चौधरी के परिवार को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। ऐसे में समय के साथ मामला बढ़ता देख वहां लोगों की भारी भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंचे सदर एसडीएम अजय मिश्रा के साथ किसान परिवार की तनातनी हुई। इसके बाद भी किसान परिवार नहीं माना और उसका पुत्र कल्लू जेसीबी के आगे अपने बच्चों को लेकर खड़ा हो गया। मामला तनावपूर्ण होता देख मौके पहुंचे एसडीएम सदर व कोतवाल ने सूझ बूझ दिखाते हुए मामले को जमीन के बदले जमीन देने शांत कराया। उधर, जानकारी के बाद मौके पर सपा के पूर्व सांसद व जिला पंचायत सदस्य अशोक त्रिपाठी भी पहुंचे और डोमन चौधरी को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। सदर एसडीएम ने लेखपाल को निर्देश दिया कि तत्काल जमीन के बदले जमीन की व्यवस्था कर किसान को उपलब्ध कराई जाय।

