चंदौली। जनपद में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि हौसलाबुलंद अपराधी घटनाओं को अंजाम देकर खाकी को खुली चुनौती दे रहे हैं। बावजूद इसके जनपद पुलिस बदमाशों व अपराधियों की नकेल कसने में नाकाम नजर आ रही है। यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि पुलिस का अपराधियों से डर पूरी तरह से समाप्त है।
इसका उदाहरण देखना हो तो धानापुर थाना प्रभारी का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने जाहिर कर दिया है। उक्त सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से पुलिस की किरकिरी हो रही है। जहां एक महिला दबंगों की शिकायत लेकर थाने में गई‚ जहां बजाए कार्रवाई करने के थाना प्रभारी ने महिला से कहा कि जिस रास्ते में बदमाश हैं उस रास्ते से न जाकर रास्ता बदल दो। पुलिस वाले के इस रवैये से आहत महिला ने प्रभारी को जमकर खरी – खोटी सुनाई और कहा कि यदि बदमाश हैं तो आप किसलिए हैं। इंस्पेक्टर साहब को महिला से ऐसे किसी जवाब की उम्मीद नहीं थी। इसके बाद सकपका गए और कहा कि ठीक है अपनी तहरीर लिख कर दे दीजिए। जब तक कार्रवाई नहीं होती उस रास्ते से मत जाइए। दरअसल जमुर्खा गांव निवासी महिला का आरोप है कि उसके भाई के साथ कुछ मनबढ़ युवकों ने मारपीट की। मारपीट करने वाले लोग भाई के ससुराल पक्ष के थे। पहले भी विवाद हो चुका है लेकिन थाने में समझौता हो गया था ।बावजूद इसके धानापुर क्षेत्र निवासी लड़की पक्ष के लोगों ने मनबढ़ युवकों को साथ लेकर भाई की पिटाई कर दी। वह अपने भाई के साथ शिकायत लेकर धानापुर थाने में गई। बताया कि दबंगों ने हाकी और लोहे के पंच से भाई को मारा।इसपर कार्रवाई करने की बजाए थाना प्रभारी ने दुर्व्यवहार किया और कहा कि जिला रास्ते बदमाश हैं उस रास्ते से न जाकर रास्ता ही बदल देने की नसीहत दे डाली ।
क्या बोले सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज डब्लू
धानापुर‚ चंदौली। सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि भाजपा सरकार में लूट, हत्या, बलात्कार और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है। एक वॉयरल वीडियो में एक महिला सुरक्षा और उसके प्रकरण के जाँच की फरियाद लगा रही है। मगर दरोगा जी उसे रास्ता बदल कर चलने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। यह ठोकों नीति अपनाने वाले योगी सरकार की पुलिस है जो बदमाशों के समक्ष अपने हनक को सरेंडर कर दिया है। कहा कि क्या महिलाओं को उत्तर प्रदेश में इज्जत से जीने का अधिकार नहीं है? अगर कल 12.30 बजे तक उक्त दरोगा के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती है तो समाजवादी पार्टी आंदोलन के लिए बाध्य होगी?