चन्दौली।डीडीयू जंक्शन पर जीआरपी सिपाही द्वारा ठगी का मामला सामने आया है. लूट के मामले में पकड़े गए युवक को छोड़ने के लिए जीआरपी के सिपाही ने आरोपित के परिवार से 42 हजार रुपए ले लिए. उसके बाद आरोपित को जेल भेज दिया. ऐसे में बेटे के जेल जाने के साथ ही हाथ से पैसे चले जाने से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. हालांकि मामले की जानकारी के बाद जीआरपी प्रभारी निरीक्षक इसके पटाक्षेप में लगे है.
पुलिस की ठगी का शिकार बनी महिला का आरोप है कि दो दिनों पूर्व डीडीयू जीआरपी के दिलदारनगर चौकी क्षेत्र से एक लुटेरे को गिरफ्तार किया था. जिसकी जानकारी के बाद आरोपित के परिजन उसे छुड़ाने के लिए जीआरपी डीडीयू पहुँच गए. वहां बातचीत के दौरान जीआरपी सिपाही ने उसे छोड़ने के एवज में पैसे की डिमांड की. बातचीत के दौरान 42 हजार रुपए में आरोपित को छोड़ने का करार हुआ. जिसके बाद सिपाही थाने से बाहर सर्कुलेटिंग एरिया में आकर पैसे ले गया.
लेकिन पैसा के बावजूद पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया। जिसके बाद उन्हें वहाँ से जाने के लिए कह दिया गया. जब उन्होंने अपने पैसे वापस लेने की सोची तो वो सिपाही नदारद हो चुका था. ऐसे में बेटे को जेल और पैसों के वापस नहीं मिलने की स्थिति में परिजन स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में ही रोने बिलखने लगीं. महिला की चींख पुकार सुनकर मौके पर काफी भींड़ इकट्ठा हो गई. मौके पर पहुँची आरपीएफ महिला पुलिस उनको अपने साथ जीआरपी ले गई.गौरतलब है कि आरोपित के परिजनों ने कर्ज लेकर अपने और अपने गहने बेचकर किसी प्रकार 42 हजार इकट्ठा किया. उसके बाद आकर जीआरपी सिपाही से मिले. उस सिपाही ने अपने अधिकारी से बात कराई और आरोपित को कुछ देर में छोड़ने की बात कहते हुए पैसे लेकर चलते बने.हालांकि मामला बढ़ता देख जीआरपी प्रभारी निरिक्षक ए के दुबेे हस्तक्षेप करते हुए मामले के पटाक्षेप में जुट गए. उन्होंने बताया कि पुलिस ने नहीं बल्कि किसी वकील के महिला से पैसे लेने की बात सामने आई. जिसे वापस कराने का प्रयास किया जा रहा है।