चंदौली। सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू की सुरक्षा का मामला तूल पकड़ते ही पुलिस ने उनकी सुरक्षा लौटा दी है। धानापुर के खिलाफ आंदोलन के कारण मनोज डब्लू पूरे दिन घरों के अंदर नजरबंद रहे। साथ ही शाम होते-होते उनकी सुरक्षा को भी पुलिस महकमे ने हटा दिया। इसके बाद 18 अगस्त को मनोज डब्लू ने प्रेसवार्ता कर पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने एक षड्यंत्र के तहत उनकी सुरक्षा हटाने का काम किया है। ऐसी स्थिति में मेरे साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो उसके लिए सीधे तौर पर पुलिस महकमा जिम्मेदार होगा। सपा नेता मनोज डब्लू द्वारा लगे आरोप को संज्ञान में लेने के बाद गुरुवार को पुलिस विभाग की ओर से उनकी सुरक्षा में एक आरक्षी को पुनः तैनात कर दिया गया। इस बाबत मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि पुलिस विभाग की ओर से उन्हें टेलीफोन करके पुलिस सुरक्षा पुनः मुहैया कराने की जानकारी दी गयी है। कहा कि जनहित के मुद्दे पर हमेशा संघर्षरत रहूंगा। जनता तक सहयोग पहुंचाने का जो सिलसिला है उसमें चाहे जो भी कठिनाई आए। लेकिन जनसेवा का कार्य अनवरत जारी रहेगा। बताया कि मेरी ओर से सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग से कुछ सवाल किए गए थे उसके जवाब के बदले मेरी सुरक्षा पुनः बहाल कर दी गयी है। इस संबंध में एएसपी दयाराम सरोज ने बताया कि सपा नेता मनोज सिंह डब्लू की सुरक्षा में लगे आरक्षी को ट्रेनिंग में भेजने के लिए बुला लिया गया था। अब उसके स्थान पर दूसरे आरक्षी को मनोज सिंह डब्लू की सुरक्षा में बहाल कर दिया गया है।