चंदौली – शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने शुक्रवार को लापरवाही की हद ही कर दी। डायरिया से जूझ रहे मनकपड़ा गांव के बच्चों में एक्सपायर डेट की दवा बांट दी। ग्रामीणों की जानकारी हुई तो खलबली मच गई। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी भी गांव पहुंच गए और बांटी गई दवा वापस ली।
मनकपड़ा गांव में तीन दिन पूर्व डायरिया फैल गया। गांव के बच्चे एक.एक कर उल्टी दस्त से बीमार होने लगे। ग्रामीण बच्चों को लेकर सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती होने लगे। लेकिन डायरिया का स्वरूप बढ़ता ही जा रहा था। सूचना पर शुक्रवार को शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों की टीम गांव पहुंच गई और एक- एक ग्रामीणों में ओआरएस पैकेट व मेट्रोजिल की दो सौ एमजी की टेबलेट व अन्य दवा बांटकर लौट आई। वहीं गांव के धीरेंद्र की नजर गोली के रेपर पर पड़ी तो वह अप्रैल 21 में ही एक्सपायर थी। बाबूलाल ने रेपर चेक किया कि उनके बच्चों को मिली दवा जून 21 में एक्सपायर हो गई थी।
ग्रामीणों की सूचना पर दोबारा चिकित्सकों की टीम गांव में पहुंची और पीड़ित परिवारों से दवा वापस ले ली गई। विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने नाराजगी जताई।
इस बाबत शहाबगंज पीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर हीरालाल सिंह ने कहा फार्मासिस्ट राघवेंद्र की की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। हालांकि सभी से दवा वापस ले ली गई है। गांव में चिकित्सकों की टीम दोबारा पीड़ित परिवार के बीच जाकर बच्चों की जांच करेगी।