लखनऊ। यूपी विधानसभा-2022 से पहले योगी सरकार अपने मंत्रिमंडल में आखिरी और विस्तार करेगी। सितंबर के पहले पखवारे में नए मंत्रियों को सरकार में शामिल किए जाने की संभावनाएं है। विधानसभा चुनाव में पिछड़ी जातियों को साधने का भाजपा का मास्टर प्लान बताया जा रहा है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी पर गौर करें तो चुनावी साल में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद भी मंत्री बन सकते हैं। इसके अलावा मेरठ के सोमेन्द्र, फतेहपुर से कृष्णा पासवानख् गाजियाबाद से तेजपाल गुर्जर, रामचंद्र विश्वकर्मा, मंजू सिवाच और अपना दल से आशीष पटेल को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। इसके अलावा और भी नाम हैं जिन्हें मंत्रीमंडल में जगह देने की प्रबल संभावनाएं हैं क्योंकि यह अतिपिछड़े बिंद समाज के साथ ही गोंड, कोल जैसी दलित जातियों का प्रतिनिधित्व करने वाले चेहरे है। भाजपा व योगी चुनावी साल में इन्हें सरकार अंक बनाकर इन जातियों का वोट अपने पाले में करने की जुगत में है। फिलहाल मंत्रीमंडल के विस्तार के बाद चेहरे व नाम स्पष्ट होंगे। लेकिन विरोधी दल इसे चुनावी लालीपाप बता रहे हैं। कहा कि भाजपा अपनी डूबती नाव को अतिपिछड़ों व दलितों के वोट के बल पर पार लगाने के प्रयास में है। इन्हें प्रतिनिधित्व देने की मंशा यदि सरकार में होती तो शुरुआती दौर में इन चेहरों को मंत्रिमंडल में जरूरत जगह मिलती, लेकिन इन्हें सरकार के अवसान के वक्त उम्मीद के उजाले की आस से लाया जा रहा है। प्रदेश की जनता सच को जान व समझ चुकी है।