चंदौली। यदि आप गर्भवती हैं तो मातृत्व वंदना योजना के तहत अपना पंजीयन कराना ना भूले। क्योंकि इस योजना के तहत पंजीकृत होने के साथ ही आप आर्थिक मदद की पात्र भी हो जाएगी। मातृत्व वंदना सप्ताह मनाने की तैयारी कर रहे स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गयी है। सीएमओ डा.वीपी द्वद्विेदी ने बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए। पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर धात्री महिला को तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही होगा।
उत्सव के रूप में मनेगा मातृ वंदना सप्ताहः सीएमओ
‘मातृ शक्ति-राष्ट्र शक्ति’ थीम के साथ मनाया जायेगा सप्ताह
चंदौली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीपी द्विवेदी ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को गति प्रदान के लिए एक से सात सितम्बर तक मातृ वंदना सप्ताह मनाया जाएगा। कहा कि इस सप्ताह को एक उत्सव के रूप में मनाने की योजना है, जिसके तहत सप्ताह के हर दिन अलग-अलग गतिविधियां होगी। हर साल मनाये जाने वाले इस सप्ताह की इस बार की थीम ‘मातृ शक्ति-राष्ट्र शक्ति’ निर्धारित है। इस सप्ताह के दौरान गर्भवती को कोविड टीकाकरण के प्रति विशेष तौर पर जागरूक करने की भी योजना है ।
जिला कार्यक्रम सहायक धीरज रस्तोगी ने स्वास्थ्य विभाग महिला एवं बाल कल्याण विभाग के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार करेंगे। हर ब्लाक पर मां-बच्चे एवं गर्भवती के लिए सेल्फी कार्नर बनाया जाएगा। मां एवं प्रथम शिशु अथवा गर्भवती की सेल्फी सोशल मीडिया जैसे-ट्विटर व व्हाट्सएप पर जनपद, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर अपलोड की जाए, ताकि चयनित फोटो को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में प्रदर्शित किया जा सके। गर्भवती व धात्री महिला को सामुदायिक सहयोग सुनिश्चित करने के लिए पंचायत स्तर पर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाए। ग्राम सभा स्तर पर पम्प्लेट्स का वितरण किया जाये, जिसमें योजना के लाभ एवं हेल्पलाइन नम्बर 7998799804 को अवश्य अंकित किया जाए। तीसरे दिनघर-घर अभियान चलाकर गर्भवती को कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जाए। चैथे दिन कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक कर बैंक, डाक घर, यूआईडीआई, पंचायती राज व सम्बंधित क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ शिविर का आयोजन किया जाए। पांचवें दिन विशेष अभियान चलाकर करेक्शन क्यू में कमी लायी जाये, द्वितीय व तृतीय किश्त के मामलों का निस्तारण किया जाए और कोविड टीकाकरण के लिए संवेदीकरण अभियान चलाया जाए। छठे दिन प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजन कर गर्भवती को मौसमी फल, पौष्टिक आहार व अन्य खानपान की जानकारी दी जाए। पकवान, प्रश्नोत्तरी व स्लोगन लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाए और कोविड टीकाकरण के लिए विशेष शिविर आयोजित हो। आखिरी दिन (सात सितम्बर) सहयोगी संगठनों व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित कर उत्कृष्ट उपलब्धि वाले ब्लाक स्तरीय अधिकारियों और उच्च उपलब्धि वाली आशा, आशा संगिनी व एएनएम को पुरस्कृत किया जाए।