वाराणसी, पूर्वांचल डेस्क। पोद्दार अंध विद्यालय को फिर से शुरू करने का मुहिम अब तेजी पकड़ रही है। इस क्रम में दृष्टि बाधित छात्रों का दल राजा तालाब में विभिन्न सामाजिक संगठनों से मिला और विद्यालय को शुरू करने में सहयोग देने की अपील की। कहा कि यह विद्यालय कई दृष्टिबाधित बच्चों के जीवन में शिक्षा की रौशनी बिखेरने वाला एक अत्यंत महत्वपूर्ण संसाधन है। जिसे शुरू किया जाना हम सभी के लिए हितकारी है। विद्यालय का संचालन करने के लिए धरनारत दिव्यांगों को पुलिस ने जबरन पुलिस हटा दिया।
पोद्दार अंध विद्यालय के खोलने के लिए प्रदर्शन करने वाले छात्रों का एक दल वाराणसी में पूर्वांचल किसान यूनियन, मनरेगा मजदूर यूनियन सहित विभिन्न जनसंगठनों के प्रतिनिधियों से मिलकर छात्रों ने अपनी व्यथा बताई। छात्रों ने 29 अगस्त की पुलिसिया कार्रवाई के साथ पोद्दार अंध विद्यालय के प्रबन्धन द्वारा स्कूल को बंद करने की साजिशों के बारे में भी बताया। पोद्दार अंध विद्यालय से संबंधित 5 छात्रों का दल राजातालाब स्थित एक वाटिका पहुंचा। जहां पर इन छात्रों ने विभिन्न जन संगठनों से मुलाकात कर समर्थन देने की मांग रखी है। दल के सदस्य मंदीप शर्मा, राकेश पटवा, प्रवीण यादव ने बताया कि संगठनों से अपनी बात कहने के लिए समय दिया। पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल ने कहा कि ये सरकार बड़े पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। दिव्यांग नाम देने से सेवाभाव पूरा नहीं हो जाता। उन्हें उनका पूरा अधिकार मिलना चाहिए। प्रवीण यादव ने बताया कि संगठनों ने दृष्टिबाधित छात्रों के आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जताया और हर सम्भव मदद का आश्वासन भी दिया है।
29 को पुलिस ने जबरन खत्म कराया था धरना
वाराणसी। दुर्गाकुंड स्थित पोद्दार अंध विद्यालय को चलाने वाले ट्रस्ट की तरफ से आर्थिक कारणों का हवाला देते हुए कक्षा 9 से 12 तक नए छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। पोद्दार अंध विद्यालय के छात्र इस बात का विरोध करते हुए 23 दिनों से अंध विद्यालय के सामने मार्ग रोक कर धरना दे रहे थे। 28 अगस्त को यूपी कैबिनेट के मंत्री अनिल राजभर और 31 अगस्त को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लखनऊ में भी मुलाकात की थी और धरना को मुख्य मार्ग से हटाकर अन्य जगह करने की आश्वासन दिया था। इसके बावजूद 29-30 अगस्त की रात दो बजे धरना दे रहे छात्रों को पुलिस ने जबरन हटा दिया था। इस विषय को लेकर बीएचयू के छात्र-छात्रों ने प्रदर्शन भी किया था। इस बैठक में प्रमुख रूप से मंदीप शर्मा, राकेश पटवा, प्रवीण यादव, योगीराज सिंह पटेल, संजीव सिंह, राजन दुबे, राजकुमार गुप्ता, सुरेश राठौर, अवनीश पटेल, विरेंद्र यादव, राजेश यादव, हरिशरण, केशव वर्मा, गणेश शर्मा, बब्बू पटेल, विवेक विश्वकर्मा, मुस्तफा आदि लोग उपस्थित थे।