अध्यक्ष रणधीर सिंह बोले‚ समीक्षा बैठकों में पुल उद्घाटन की नई–नई तारीखें तय करते हैं डीएम
चंदौली। नगर के मुसंफ कटरा के पास शुक्रवार की सुबह पुरुषोत्तम ट्रेन की जद में आने से 59 वर्षीय अधिवक्ता की मौत हो गयी। घटना से की सूचना के बाद अधिवक्ताओं का हुजूम रेलवे ट्रैक पर उमड़ पड़ा। घटना से मर्माहत अधिवक्ताओं ने इस घटना के लिए स्थानीय प्रशासन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। सिविल बार अध्यक्ष रणधीर सिंह ने कहा कि यदि अगस्त माह में ओवरब्रिज पुल जनता को समर्पित हो जाता तो आज यह घटना नहीं होती। घटना को लेकर नगरवासियों के साथ–साथ अधिवक्ता समाज में जबरदस्त आक्रोश था।
बताते हैं कि घरचित गांव निवासी 59 वर्षीय अशोक कुमार सिंह पेशे से अधिवक्ता हैं जो चंदौली कोर्ट में विधिक सेवाएं उपलब्ध कराते हैं। जो पूर्व में सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष का भी दायित्व संभाल चुके हैं। नित्य की भांति शुक्रवार को वह अपने घर से बाइक से चंदौली आए और रेलवे ट्रैक के उत्तरी छोर स्थित बाबा हास्पीटल के पास अपनी बाइक को खड़ा करने के बाद पैदल ही रेलवे ट्रैक पाकर कचहरी जा रहे थे। तभी बिहार की ओर जा रही पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की चपेट में आ गए‚ जिससे उनका मौके पर ही मौत हो गया। घटना की सूचना के बाद सदर कचहरी में मौजूद अधिवक्ताओं का हुजूम रेलवे ट्रैक पर जमा हो गया। लोगों ने घटना के प्रति दुख व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन के खिलाफ गहरा आक्रोश जाता है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज आगे की कार्यवाही में जुट गयी। इस बाबत सिविल बार अध्यक्ष रणधीर सिंह ने कहा कि घटना में मृत अधिवक्ता अपने पीछे पत्नी व एक अविवाहित पुत्री छोड़ गए है। बार की ओर से पीड़ित परिवार को तत्काल 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही चार लाख का आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा। कहा कि यह घटना जिला प्रशासन की शिथिलता व उदासी का नतीजा है। यदि जिलाधिकारी के प्रयास से पुल अगस्त माह में उद्घाटित हो जाता तो यह हम सभी को एक वरिष्ठ साथी आज नहीं खोना पड़ता। जबकि जिलाधिकारी प्रतिमाह समीक्षात्मक बैठक में पुल के उद्घाटन की नई–नई तारीखें तय करते रहते हैं। जानकारी के बाद जिला जज विनय कुमार द्वद्विेदी भी मौके पर पहुंचे और घटना के बाबत अधिवक्ताओं से जानकारी ली और दुख व्यक्त किया।