सद्दाम खान
चकिया, चंदौली। ऐसा लगता है जैसे जनपद में पुलिस की हनक कुंद होती जा रही है। जी हां! ऐसा हम नहीं, बल्कि बीते बुधवार की रात हुई एक अजीबोगरीब व दिलचस्प वारदात से उत्पन्न हालात बयां कर रहे हैं। एक मनबढ़ ने रात को चकिया कोतवाल नागेंद्र प्रताप सिंह को उनके सरकारी नंबर पर फोन किया और कई जुमले धड़ाधड़ फोन पर ही कह डाले। उसने बालू खनन का जिक्र भी किया और अंत में ट्रांसफर जैसी धमकी भी दी। हालांकि कोतवाल जब तक कुछ समझ बाते फोन करने वाले ने काल डिस्कनेक्ट कर दिया। यह वारदात कोतवाल के लिए चैकाने वाली थी आखिर ऐसा कौन व्यक्ति है जो उन्हें इस तरह फोन करके धुलेआम धमकी दे गया।
हालांकि अगली सुबह बातचीत के दौरान कोतवाल ने फोन करने वाले को शराबी करार दिया। कहा कि अब शराब के नशे में फोन करने वाले ऐसे लोगों को यदि संज्ञान में लेना शुरू कर दिया जाए तो पुलिस तमाम जरूरी काम समय से पूरा करने से वंचित रह जाएगी। फिर भी फोन करने वाले की तलाश की जा रही है। जिस नंबर से फोन आया था उसे सर्विलांस से खंगालने का काम हो रहा है। इसकी पुष्टि होने के बाद आरोपी के विरूद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी, ताकि आगे से कोई व्यक्ति किसी भी हाल में पुलिस के इकबाल को चुनौती देने की हिमाकत नहीं कर सके।
यह खबर जैसे ही चकिया कोतवाली परिसर से बाहर निकली चर्चा और कौतूहल का विषय बन बैठी। लोग इसे खनन माफिया से जुड़ी धमकी मान रहे हैं जो सीधे तौर पर चकिया कोतवाल के इकबाल को चुनौती दे गया। इस फोन काल से खनन व कौड़िहार जैसे शब्द भी जुड़ रहे हैं। वहीं पुलिस महकमा इसे शराबी का फोन-काल मानकर उसकी तफ्तीश व खोजबीन में लगी है। खैर वजह चाहे जो भी, लेकिन चकिया कोतवाली के प्रभारी को ऐसी फोन काल करने वाला शख्स आम आदमी नहीं हो सकता। जैसा कि स्थानी पब्लिक कह रही है। ऐसे मनबढ़ किस्म के लोग या तो सत्ता का संरक्षण प्राप्त खनन माफिया हो सकते या खुद सत्ता से जुड़े सफेदपोश। फिलहाल यह सबकुछ मात्र अनुमान और आशंकाओं पर आधारित है। सही तथ्य व तर्क की तलाश पुलिस तफ्तीश पूरी होेने के बाद ही पटल पर आएगी। इस बाबत चकिया कोतवाल नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे किसी व्यक्ति ने नशे की हालत में फोन करके ऐसी हरकत की है, जिसको खोजने का काम चल रहा है। फिलहाल उक्त मोबाइल नंबर बंद चल रहा है, लेकिन उसकी तलाश के लिए पुलिस टीम लगी हुई है। ऐसी हिमाकत करने वाले को पुलिस किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।