डीएम के आदेश की नाफरमानी से गुस्से में दिखे विधायक
चंदौली। सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव शनिवार की रात सीएमओ डा. वीपी द्विवेदी पर हमलावर रहे। इस दौरान उन्होंने सीएमओ पर अमानवीय व्यवहार करने के साथ ही डीएम संजीव सिंह के आदेश की नाफरमानी का आरोप लगाया। कहा कि सीएमओ पूरी तरह से भ्रष्ट है जो पूरी दिन धनउगाही में लिप्त रहता है। इनका वाराणसी में खुद का अस्पताल है। जो खुद का अस्पताल चलना रहा हो ऐसा भ्रष्ट अधिकारी को स्वास्थ्य महकमे को बेहतर ढंग से चलाने की उम्मीद करना बेमानी होगी। सपा विधायक डीएम के आदेश के बाद भी पोस्टमार्टम करने से इन्कार करने पर सीएमओ व स्वास्थ्य महकमे से बेहद खफा थे।
उन्होंने कहा कि सीएमओ को चंदौली में सरकारी बंगला आवंटित है। बावजूद इसके वह चंदौली में न रखकर वाराणसी रहते हैं ताकि वह अपने खुद के अस्पताल को चला सके। सीएमओ चिकित्सकों की हाजिरी लगाकर पैसे कमा रहे हैं। जो अफसर खुद लापरवाह है और अपना खुद का अस्पताल चला रहा है। ऐसे संवेदनहीन अफसर से न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती। बताया कि सढ़ान निवासी 17 वर्षीय किशोर की बड़गांवा गंगा घाट पर डूबने से मौत हो गयी। परिवार की पीड़ा व वेदना को देखते हुए रात के पोस्टमार्टम कराने के लिए डीएम से अनुमति की गुजारिश की गयी, जिन्होंने संवेदना दिखाते हुए इसकी इजाजत दे दी, जो बधाई के पात्र हैं। लेकिन रात के 10 बजे के बाद पीड़ित परिवार का फोन आया कि सीएमओ उनकी नहीं सुन रहे हैं। इस बाबत जब सीएमओ से बात की गयी तो उन्होंने डीएम के फरमान को नकारते हुए कहा कि ऐसे आदेश तो होते रहते हैं। कहा कि यह सीएमओ का अमानवीय चेहरा है। इसका हिसाब-किताब विधानसभा में मांगा जाएगा। फिलहाल सीएमओ के इस कृत्य से लोगों में जबरदस्त आक्रोश है और सोमवार को जिलाधिकारी से मिलकर इनके शिकायत दर्ज कराई जाएगी। मांग किया जाएगा कि इनके खिलाफ मुकदमा कायम कर इनकी कारगुजारी की जांच की जाए। उन्होंने सीएमओ पर नशे में होने का भी आरोप लगाया। सीएमओ के बेलगाम होने के बाबत कहा कि जिस सरकार का मुखिया ही बेलगाम हो तो अफसरों से ऐसी ही उम्मीदें की जा सकती है।
वहीं सीएमओ डा. वीपी दिवेदी ने कहा कि मुझ पर लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार हैं। सपा विधायक द्वारा लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित और बेबुनियाद है। उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज करता हूं।