चंदौली। आयुक्त वाराणसी मंडल व जनपद के नोडल अफसर दीपक अग्रवाल ने सोमवार को जनपद भ्रमण पर रहे। इस दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद में डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण व विकास कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की। स्वास्थ्य एवं पंचायती राज विभाग की समीक्षा के दौरान आयुक्त महोदय ने निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि बीमारियों के प्रकोप को देखते हुए सस्पेक्टेड व्यक्तियों की प्राथमिकता के आधार पर तत्काल निर्धारित जांचें अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि डेंगू, मलेरिया के संदिग्ध मरीजों की सैंपल की जांच सरकारी चिकित्सालयों में कराकर उनका समुचित इलाज कराया जाय।दवाओं की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सभी प्राथमिक, सामुदायिक तथा जिला चिकित्सालयों में सुनिश्चित किया जाय। जनपद में ब्लड बैंक में ब्लड की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि जहां भी संदिग्ध रोगी मिलें तत्काल उनका एलाइजा व अन्य आवश्यक टेस्ट कराएं। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में अभी तक डेंगू के मात्र दो संदिग्ध केस मिलें है जिनका एलाइजा टेस्ट कराने के लिए सैंपल बीएचयू भेजा गया है। मंडलायुक्त ने पर्याप्त संख्या में टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। कहा कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए आवश्यतानुसार रिमिडीएल कक्षाएं भी चलाई जाय। उन्होंने कोरोना काल मे बच्चों की छूटी पढ़ाई को पटरी पर लाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। बेसिक शिक्षा अधिकारी को शतप्रतिशत बच्चों को निःशुल्क किताबों का वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी संजीव सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण, सीएमओ डा.वीपी द्विवेदी, एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ,अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार उपस्थित रहे।इनसेट—-729 के सापेक्ष 568 शौचालय के निर्माण का दावाचंदौली। जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जनपद में 729 के सापेक्ष अब तक 568 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसी प्रकार 216 के सापेक्ष 187 पंचायत भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इस पर मंडलायुक्त ने अवशेष सामुदायिक शौचालयों तथा पंचायत भवनों का निर्माण तेजी से पूर्ण कराने के निर्देश दिए। कहा कि ऐसे सामुदायिक शौचालयों को चिह्नित कर लिया जाय जो हाईवे पर, कस्बों में या आसपास हैं उनके कामर्शियल प्रयोग की संभावनाओं के विषय में विचार करें। उन्होंने ग्राम पंचायतों में पड़ी धनराशि का समय से खर्च कर लिया जाय। इसे अनावश्यक लंबित न रखा जाय। गांवों में एन्टी लार्वा आदि दवाओं का छिड़काव कर लिया जाय।