एडीएम को पत्रक सौंपते चंदौली के राइस मिलर।
चंदौली। पूर्वांचल राइस मिलर्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को एडीएम अतुल कुमार व जिला विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव से मिला। इस दौरान मिल संचालकों ने सीएमआर रिकवरी प्रतिशत घटाने के साथ-साथ मिलिंग चार्ज बढ़ाने की मांग की। चेताया कि ऐसा नहीं पर जनपद में एक भी मिल का संचालन नहीं होने दिया जाएगा।
मिलरों ने बताया कि पिछले तीन व चार वर्षों से धान की कस्टम मिलिंग के कार्य में धान से चावल की रिकवरी 58 से 60 प्रतिशत ही निकल रही है। वहीं टूटन लगभग 25 से 30 प्रतिशत से भी अधिक है। मिलिंग चार्ज 20 से 25 वर्ष तक 10 रुपये कुंतल दिया जा रहा है, जिसे बढ़ती हुई महंगाई को देखते हुए बढ़ाया जाय। क्योंकि वास्तव में इन कार्यों पर 250 रुपये प्रति कुंतल खर्च आ रहा है। क्योंकि लेबर चार्ज, बिजली बिल, डीजल की कीमत आदि कई गुना बढ़ गए है, लेकिन कुटाई को यथावत रखा गया है। कहा कि 40 किमी दूरी के ऊपर न्यूनतम गोदाम व्यासनगर का परिवहन का भुगतान किया जाय, जो 2016-17 व 2018-19 का बकाया है। बताया कि ब्रोकेट केा 25 से घटाकर 20 प्रतिशत, नमी केा 15 प्रतिशत से घटा कर 14 प्रतिशत व रेड ग्रेन को 3 से घटाकर शून्य प्रतिशत किया गया है वहीं डैमेज 3 से घटना 2 प्रतिशत कर दिया गया है। इन मानकों पर मिलर्स किसी हाल में काम नहीं कर सकते। कहा कि सीएमआर में चावल रिकवरी कम करने व मिलिंग राशि बढ़ाया जाय। मांगें पूरी नहीं होने की दशा में कोई भी मिलर्स मिल नहीं चलाएगा। इस अवसर पर अरुण पांडेय, देवेंद्र कुमार सिंह, ओमप्रकाश, हरवंश गुप्ता, अशोक, दिनेश, अजीत, अशोक सिंह, सीयाराम सिंह आदि उपस्थित थे।