बलिया। पूर्वांचल डेस्क जिला अस्पताल में शुक्रवार को तमाम परेशानियों को लेकर छात्रनेता व पुलिस दिनभर आमने सामने रहे। पुलिस के मुस्तैदी के कारण बलिया नगर में छात्र कर्फ्यू पूरी तरह से सफल रहा है।सुबह से लेकर शाम तक बलिया बाजार पूरी तरह से बंद रहा। पुलिस औऱ छात्रनेता की डर से व्यापारी अपनी अपनी दुकानों का सटर बंद कर पूरे दिन घर के अंदर रहे। सुनी सड़को पर पूरी मुस्तैदी के साथ पुलिस का पहरा रहा।जहाँ एक तरफ टीड़ी कालेज के पास चौराहे पर छात्र नेता आमरण अनशन करते रहे है वही छात्रनेताओं का दल बाइक जुलूस के साथ पूरे शहर में चक्रमण करती रही ।
व्यापारियों ने छात्र कर्फ्यू समर्थन में अपनी दुकानो को बंद रखा चौक क्षेत्र के व्यापारियों ने कहा कि हम उनके सर्मथन में है।क्यों कि उनकी मांग जायज है।जिलाअस्पताल में एक नही कई समस्या है।उधर नागेंद्र बहादुर सिंह झुन्नू ने कहा कि पुलिस दुकानों को खोलवाने में लगी रही लेकिन सफल नही हो पाई।व्यापारी उनके साथ है क्योंकि यह समस्या जनता के स्वास्थ्य से जुड़ी है।टीड़ी कालेज चौराहा पर पूरे दिन पुलिस छात्र नेताओं के आमरण अनशन स्थल पर जमी रही।करीब एक बजे नागेंद्र सिंह झुन्नू छात्रनेताओं के साथ नगर भ्रमण पर निकले जैसे ही वह चित्तू पांडेय रेलवे क्रासिंग के पास पहुँचे वहा पुलिस ने उन्हें रोक दिया करीब 30 मिनट तक पुलिस और छात्रनेताओं में झड़प होती रही।
पुलिस बल के आगे छात्रनेताओं की नही चली और उन्हें वहां से लौटना पड़ा।वही दूसरी तरफ सिनेमारोड रोड़ पर छात्र नेताओं ने चाय की दुकान पर धावा बोल दिया इससे वह भगदड़ की स्थित उत्पन्न हो गयी मौके पर पहुचे कोतवाल ने छात्रनेता को समझा बुझा कर मामले को शांत करना चाहा लेकिन छात्रनेता दुकान पर तोड़फोड़ पर आमादा हो गए जिससे कोतवाल ने छात्रनेता पर गुस्सा हो गए मामला गरम देख कुछ छात्रनेता राजेन्द्र नगर तो कुछ गढ़हा मुहल्ले के तरफ भागने में सफल रहे।चाय विक्रेता ने बताया कि पुलिस ने ही दुकान को खोलवाने को कहा था जो छात्र नेता जबर्दस्ती बन्द करवा रहे थें। नही बन्द करने पर उनके दुकान पर हमला बोला