चंदौली। समाजवादी छात्र सभा सोमवार को दलित विद्यार्थियों के जीरो शुल्क व छात्रवृत्ति सुविधा को बहाल रखने जैसी महत्वपूर्ण मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर आंदोलित नजर आया। इस दौरान सपा छात्र सभा के नेताओं ने बिछियां धरनास्थल पर सभा की। जीरो फीस की सुविधा को रद्द करना गलत है। आरोप लगाया कि कोरोना काल में फीस बढ़ाने का फैसला गरीब छात्रों के हितों के खिलाफ है। सरकार एक सोची समझी रणनीति के तहत गरीब व दलित छात्रों को शिक्षा से दूर करना चाहती है, जिसे समाजवादी पार्टी कभी मुकम्मल नहीं होने देगी। अंत में सपाइयों ने एडीएम अतुल कुमार को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान छात्र सभा जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में छात्रों की शैक्षिक व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न होने के साथ ही अभिभावकों की आर्थिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे आमजन का जीवन अव्यवस्थित है। ऐसे समय में सरकार द्वारा जीरो फीस की सुविधा समाप्त करना दलितों व कमजोर वर्ग के छात्रों के अधिकारों पर कुठाराघात है, वहीं दूसरी तरफ पिछड़े एवं गरीब सामान्य वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति रोके जाने की वजह से छात्रों का पढ़ाई जारी रखना मुश्किल हो गया है। सयुस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने कहा कि प्रदेश में दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक व गरीब सामान्य वर्ग के छात्र कमजोर आर्थिक स्थिति की वजह से पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में समाजवादी छात्र सभा जीरो फीस व छात्रवृत्ति की सुविधा को जारी रखने की मांग करता है। कहा कि यदि इन जायज मांगों को पूरा नहीं किया गया तो समाजवादी छात्र सभा पूरे प्रदेश में आंदोलन हेतु बाध्य होगी। इस मौके पर दिलीप पासवान, शिवदयाल यादव, अर्जुन अग्रहरि, कुलदीप यादव, अजय जायसवाल, मेराज अंसारी आदि उपस्थित रहे।