कईयों के आशियानें जमींदोज, रास्तों पर भरा पानी
चंदौली। बारिश जनपद में आफत बनकर बरस रही है। कुछ दिनों पूर्व बारिश की बूंदें किसानों के लिए अमृत समान थी, वहीं अब बारिश की एक-एक बूंद लोगों के लिए आफत बन गयी है। शुक्रवार की पूरी रात हुई झमाझम बारिश से जनपद में आमजन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कच्चे मकान, मड़ई आदि गिरने से कुछ को जान गंवानी पड़ी, वहीं कईयों को जख्मी होकर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
कई गांवों में कच्चे मकान गिर जाने से गरीब परिवार इस बारिश में खुले आसमान के नीचे आ गए। एक रात की बारिश से रिहायशी इलाकों पर सबसे अधिक प्रभाव दिखा। कस्बाई इलाकों में जल निकासी तंत्र पूरी तरह ध्वस्त हो गया है नालियों व नाले का पानी गलियों व सड़कों पर फैल गया। निचले इलाके में घरों के अंदर नाबदान का पानी घुसने से लोगों के खाद्यान्न व घर रखा सामान व उपकरण खराब हो गए। चंदौली जिला मुख्यालय की बात करें तो यहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय, चंदौली कोतवाली, जिला अस्पताल का ओपीडी गेट बारिश के पानी की चपेट में रहा। इसके अलावा कचहरी परिसर में भी जलजमाव की स्थिति दिखी। चंदौली के मुख्य चांदनी मार्केट सहित अधिकांश वार्डों में बारिश का पानी नालियों की बजाय सड़कों पर बहता हुआ नजर आया। ऐसे में लोग गंदे पानी से होकर आवागमन को विवश नजर आए। हालात ऐसे थे कि एक रात की बारिश से जल निकासी व साफ-सफाई के सभी दांवों को ध्वस्त करके रख दिया। हालात इतने खराब थे कि लोग पूरे दिन दुश्वारियों का दंश झेलते नजर आए। उधर, ग्रामीण इलाकों में भी कई गांवों को जोड़ने वाले सम्पर्क मार्ग पानी में डूब गए।
बहेरी में बरसात होने से दर्जनों कच्चा मकान ढहे
कमालपुर/शहाबगंज। कस्बा क्षेत्र के बहेरी गांव में दर्जन भर गरीबों के मकान बारिश में जमींदोज हो गए। इन गरीबों के लिए बरसात मुसीबत बनकर आयी। बहेरी गांव में श्याम नरायन, बाबू लाल, किशोर राम, मुन्ना राम, मुन्नीलाल राम, दामोदर यादव, मदन राम, हरिलाल सहित लगभग दो दर्जन लोगों का रिहायशी मकान गिर गया। अनाज, कपड़े और ईंधन सहित तमाम जरूरी सामान उसी में दबकर रह गया। जमुर्खा गांव में रामगति राम रामभरोस राम, श्यामलाल, हृदय राम, श्याम नरायम राम, बुद्धू राम आदि के मकान गिर गए। लोगों ने क्षेत्रीय लेखपाल को जानकारी दी। मौके पर पहुंचकर क्षेत्रीय लेखपालों ने ग्रामीणों को हुए मूल्यांकन किया। बताते हैं कि कुछ मकान शुक्रवार की रात तथा कुछ मकान शनिवार की सुबह में भारी बरसात होने से गिर गए। हालात इतने बदतर हो गये हैं कि कुछ घरों के भीतर भी पानी चला गया है, जिससे उनका भी पूरा परिवार सकते में आ गया। गिरे घरों में खाद्य सामग्री बर्तन तक उसी में दब गया। बहेरी ग्राम प्रधान रामकेर बिंद और अतुल सिंह व प्रधान जमुर्खा नरसिंह राम ने प्रत्येक परिवार के पास पहुंचकर सहायता दिया और सरकारी मदद करवाने की बात कही।
शहाबगंज। क्षेत्र के अमाव गांव के शिव मंगल चौहान, खरपत यादव, रामधनी गुप्ता, जगजीवन राम, मुशन यादव, अरारी गांव में जाकिर, रिंकू पासवान, मुनेश्रा देवी, बदामा चौहान, सुदर्शन, पूजा देवी, जिगना में बैजनाथ, राम सेवक, राजनाथ, हीरामन, हरेंद्र यादव, रामलाल, संदीप यादव, गुल्लू का कच्चा रिहायशी मकान गिर गया और मलबे में दबजिसमें गृहस्थी दबकर नष्ट हो गई। ग्राम प्रधान निरंजन चौरसिया,यदुनाथ चौहान व सावित्री देवी ने राजस्वकर्मियों के साथ जाकर नुकसान का आकलन किया।राजस्वकर्मियों ने रिपोर्ट तैयार कर तहसील प्रशासन को भेज दी जायेगी।
विशालकाय पेड़ गिरा, आवागमन बाधित
इलिया। क्षेत्र के हाटा गांव के समीप चकिया-इलिया मार्ग पर चिलबिल का बरसों पुराना विशालकाय पेड़ शनिवार की अपराहन धराशाई हो गया, जिससे मार्ग पर घंटों यातायात बाधित रहा। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने वन विभाग को सूचना देकर पेड़ कटवाकर रास्ते से हटवाया तब जाकर यातायात सुचारू रूप से शुरू हो सका। भारी बारिश तथा तेज हवा के झोंके के चलते हाटा गांव के समीप लबे रोड पर दोपहर डेढ़ बजे चिलबिल का विशालकाय पेड़ गिर गया। संयोग अच्छा रहा कि उस वक्त रास्ते से कोई गुजर नहीं रहा था जिससे किसी तरह की अनहोनी होने से बच गया।