चंदौली। सीडीओ दफ्तर व कृषि विज्ञान केंद्र से सटे पुरवां-बरठा सम्पर्क मार्ग को लेकर चल रहे आंदोलन में सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह डब्लू जान फूंक दी। इस दौरान वह जिला प्रशासन व सत्ता पर सत्ता पक्ष के विधायक पर हमला रहे। उन्होंने पांच गांव के सम्पर्क मार्ग के निर्माण को रोके रखने को दुर्भाग्यपूर्ण व दबंगई करार दिया। कहा कि सत्ता में बैठे विधायक अपनी शक्ति का दुरूपयोग कर दबंगई दिखा रहे है, जिससे कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब जिला प्रशासन तय करे कि वह सड़क बनाएगी या फिर खफा ग्रामीण सड़क को जाम करने जैसा कदम उठाएं?
इस दौरान अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने बताया कि सोमवार को पीएमजीएसवाई के निर्देश पर सड़क निर्माण के लिए नामित कार्यदायी संस्था उक्त अनिर्मित हिस्से पर मिट्टी, गिट्टी गिरने पहुंची तो कतिपय लोगों ने पुलिस मौके पर बुला लिया। इस दौरान चंदौली पुलिस भी सरकारी काम में बाधा डालने का काम किया। उसने जनता के हित में सड़क निर्माण कार्य कराने की बजाय रोकने में दिलचस्पी दिखाई और एक दिन का वक्त मांगा। सीएम चंदौली से चले गए तो आज पुलिस-प्रशासन जनसमस्याओं को लेकर एक बार फिर बेफिक्र नजर आ रहा है। लेकिन पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही भारी संख्या में ग्रामीण वहां डंट गए। इससे वहां तनाव की स्थिति कायम हो गयी। ग्रामीणों ने पांच गांवों के लोगों की समस्या को नजरअंदाज कराने का आरोप पुलिस पर लगाया। कहा कि पांच गांव के ग्रामीणों को आसपास के लोगों का भी समर्थन मिलना शुरू हो गया है। जिला प्रशासन जितना विलंब करेगा सड़क को लेकर आंदोलन उतना ही तीव्र होता जाएगा। साथ ही प्रशासन को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। चेताया कि सत्तासीत जनप्रतिनिधि जनता के काम में बाधक ना बने, क्योंकि ऐसा करने वालों को जनता चुनाव में सबक सिखाने का काम करती है। बरठा के बीडीसी रवि नागेंद्र सिंह ने बताया कि सड़क का मुद्दा जनता से जुड़ा मुद्दा है और जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा साथ व समर्थन जनता के साथ है। यदि जनता सड़क निर्माण के पक्ष में है तो मेरा भी पक्ष जनता के पक्ष के साथ है। लिहाजा प्रशासन को सम्पर्क मार्ग के निर्माण पर ध्यान देना चाहिए।