चंदौल। एसएससी जीडी-2018 भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू का साथ व नेतृत्व मिला। प्रशासनिक अफसरों को पत्र देकर अभ्यर्थियों ने अंतिम समय में मेरिट में हुए बदलाव को रद्द करते हुए मेडिकल फिट अभ्यर्थियों को नौकरी दिए जाने की गुजारिश की। बताया कि हम सभी ने शारीरिक व लिखित परीक्षा की बाधा को पार करते हुए मेरीट में जगह बनाई और हम सभी का मेडिकल चेकअप भी हुआ, लेकिन ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त होने के कुछ समय पहले ही एसएससी ने भर्ती के लिए मेरिट लिस्ट में बदलाव कर दिया, जिससे जनपद चंदौली के 100 से अधिक अभ्यर्थी नौकरी पाने की दौड़ से बाहर हो गए। युवाओं ने अपने पत्र के जरिए प्रशासन को अवगग कराया कि कि एसएससी जीडी-2018 की भर्ती के जरिए 60210 युवाओं को नौकरी दिया जाना निर्धारित था, लेकिन अंतिम समय में मेरिट में बदलाव करके एसएससी ने करीब 6000 अभ्यर्थियों को नौकरी की दौड़ से बाहर कर दिया। उस वक्त 2018 में निकली गई विभिन्न भर्तियों जैसे यूपी पुलिस, रेलवे ग्रुप डी टेक्निशियन में 35 से 40 प्रतिशत ऐसे अभ्यर्थियों ने नौकरी प्राप्त कर ली है जो एसएससी जीडी-2018 में चुने गए थे। बावजूद इसके उन्होंने नौकरी ज्वाइन नहीं की। वहीं एसएससी की ओर से जीडी भर्ती प्रक्रिया-2018 में वेटिंग लिस्ट जारी नहीं की गयी, जिससे नौकरी की उम्मीद लगाए हजारों युवाओं भविष्य अंधकारमय हो गया। आज स्थिति यह है कि एसएससी जीडी-2018 की भर्ती प्रक्रिया के सभी मापदंड पर खरा उतरने वाले युवाओं का उम्र बीत चुकी है, लिहाजा अब वे नई भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकते। बीते 21 सितंबर 2020 को संसद में गृह राज्यमंत्री मा0 नित्यानंद राय ने बयान जारी किया था कि पैरा मिलेट्री फोर्स के 110000 पद रिक्त चल रहे हैं। लिहाजा पैरामिलेट्री फोर्स में वर्तमान रिक्ती को देखते हुए एसएससी जीडी-2018 में मेडिकल प्रक्रिया को पार कर चुके युवाओं को नौकरी दी जाय, ताकि उनका भविष्य बर्बाद होने से बच जाए और रिक्तियों के सापेक्ष नयी भर्ती भी मुकम्मल हो सकेगी। मांग किया कि प्रकरण उपरोक्त में नक्सल प्रभावित चंदौली जनपद के 100 से अधिक युवाओं के भविष्य को देखते हुए उनकी पैरामिलेट्री फोर्स में भर्ती कराने के लिए कर्मचारी चयन आयोग तक मेडिकल फीट युवाओं की बात पहुंचायी जाय।