चंदौली। बरठा–पुरवां सम्पर्क मार्ग निर्माण को लेकर ग्रामीणों व जिला प्रशासन के बीच चल रही खींचतान के बीच एक व्यक्ति की जान चली गयी। वृद्ध शेर बहादुर बीते तीन अक्टूबर को बाइक से अपने गांव पुरवां जा रहे थे‚ तभी सम्पर्क मार्ग के अनिर्मित हिस्से में गड्ढे में गिर गए थे‚ जिससे उनके कुल्हे व आंत में गंभीर चोट आई थी। उनकी मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने बिछियां धरनास्थल पर शव रखकर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धरना–प्रदर्शन की जानकारी होते ही मौके पर दो थानों की भारी फोर्स जमा हो गयी। साथ ही नायब तहसीलदार ध्रूवेस कुमार भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों से शव का अंतिम संस्कार करने की गुजारिश की। कहा कि एक दिन का जो मोहलत जिला प्रशासन को दिया है उसके बाद सड़क निर्माण हरहाल में शुरू कर दिया जाएगा। काफी मान–मनौव्वर के बाद ग्रामीण माने और उन्होंने धरने को समाप्त किया।
इस दौरान अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने इस मौत के लिए जिला प्रशासन व उसकी जनविरोधी कार्य प्रणाली को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि यदि समय रहते ग्रामीणों की मांग पर सड़क का निर्माण करा दिया गया होता तो पुरवा निवासी शेर बहादुर को अपनी जान नहीं गंवानी पड़ती। उनकी मौत के लिए जिला प्रशासन व सड़क निर्माण कार्य रोकने वाले कतिपय दबंग व उनके सहयोगी जनप्रतिनिधि पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। अब किसी भी हाल में सड़क निर्माण में उदासीनता व लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि अगले दिन से सड़क बननी शुरू नहीं हुई तो ग्रामीण अगला कदम उठाएंगे। आरोप लगाया कि जिला प्रशासन कतिपय दबंगों के आगे पूरी तरह से झूक चुका है। जिला प्रशासन द्वारा भूमाफियाओं को सह दिया जा रहा है‚ जिससे जमीन संबंधित विवाद बढ़ रहे हैं। विदित हो कि 3 अक्टूबर को उसी रास्ते से पुरवा गांव निवासी शेर बहादुर बाइक से अपने गांव जा रहे थे लेकिन सड़क खराब होने के कारण वो गड्ढे में गिर गए इससे उनके कुल्ले व आंत में गंभीर चोट आई जिन्हें ग्रामीणों ने मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहा चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख बीएचयू के लिए रेफर कर दिया जहा इलाज़ के दौरान गुरुवार को उनकी मौत हो गयी। मौत से आक्रोशित ग्रामीणों शव लेकर धरना स्थल पहुच गए।और सड़क निर्माण के लिए मांग करने लगे।ग्रामीणों की इस हरकत पर दो थानों की पुलिस धरना स्थल पर मौजूद हो गयी। हालांकि नायब तहसीदार ध्रुवेस कुमार के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क निर्माण नही हो जाएगा हम लोग धरना देते रहेंगे।