चंदौली।मामला जिले के चकिया कोतवाली अंतर्गत केराडीह गांव का है जहा देर रात रिआयसी इलाके मे मगरमच्छ दिखने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया । मगरमच्छ कर्मनाशा नदी से निकल कर खाने की तलाश में देर रात ग्रामीण इलाके में आबादी आ गया था । सूचना पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने कड़ी मसक्कत के बाद मगरमच्छ पर काबू पाया और चन्द्रप्रभा सेंचुरी में ले जाकर छोड़ दिया ।
बात दे कि चन्दौली जनपद के पहाड़ी इलाकों में पिछले तीन माह में दर्जनों मगरमच्छ भोजन की तलाश में बांधों से निकलकर रिआयसी इलाकों की तरफ रुख कर रहे हैं । ताजा मामला चकिया कोतवाली क्षेत्र के केराडीह गांव इलाके का है । जहाँ देर रात एक लगभग 10 फ़ीट मगरमच्छ नदी से निकल कर केराडिह गांव जा पहुंचा। मगरमच्छ को गाँव में देखते ही ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। प्रधान ने इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन कर्मी दलबल के साथ केरडीह पहुचे। रात होने के कारण मगरमच्छ को पकड़ने के लिए अंधेरे में विशेष सावधानी की जरूरत थी । इसको देखते हुई वन कर्मियों ने कड़ी मसक्कत के बाद बड़े जाल के सहारे मगरमच्छ को पकड़ा । इसके बाद वनकर्मियों ने मगरमच्छ को चंद्रप्रभा बांध में रात में ही ले जा कर छोड़ दिया ।
इस दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी एबी सिंह ने बताया की केराडिह प्रधान ने मोबाईल द्वारा सूचना मिली थी कि बस्ती में एक मगरमच्छ घुस आया है।तुरंत कार्यवाही करते हुए वन विभाग की टीम भेजा गया वन विभाग की टीम ग्रामीणों के सहयोग से रेस्कयू चला कर पकड़ लिया गया ।पकड़ने के बाद रात मे ही मगरमच्छ को चंद्रप्रभा बाँध में सकुशल छोड़ दिया गया। मगरमच्छ की लंबाई लगमग 10 फुट बीच बताई गई है ।