कंदवा क्षेत्र में सिवान में लेटी धान की फसल।
कन्दवा। किसान मौसम के मिजाज को लेकर बेहद चिंतित हैं। तेज हवा और बारिश के कारण धान की उन तमाम प्रजाति के पौधे खेतों में लेट गए हैं, जिनके पौध लम्बे हैं। इसमें बादशाह भोग, जीरा बत्तीस आदि प्रजाति के पौधे जमीन पर गिरने लगे हैं। इससे धान की पैदावार पर इस सीधा असर पड़ेगा। मौसम ऐसे ही बना रहा तो किसानों को बड़ा नुकसान होने का अनुमान है। फिलहाल किसानों की निगाहे आसमान पर टिकी हुई है।
विदित हो कि क्षेत्रीय किसानों द्वारा धान की विभिन्न प्रजातियों की खेती कर रखी है। किसान खेती-बारी के बल पर ही अच्छी आय अर्जित करते है। लेकिन इस बार किसानों की आय पर मौसम की मार पड़ती नजर आ रही है, जिससे किसान बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं। इन दिनों तेज हवा और आकाश में बादल देखकर किसान पैदावार को लेकर परेशान है। रह-रहकर चल रही तेज हवा के कारण लम्बा पौधे वाले धान का गिरना शुरू हो गया है। खासकर बादशाह भोग और जीरा बत्तीस प्रजाति के पौधे जमीन पर गिरने शुरु हो गए है, वहीं घोसवा गांव में जनार्दन सिह का बादशाह भोग धान गिर गया है, वहीं कैलाश सिह उमेश सिह व रघुवंश सिंह का कहना है कि धान की फसल में इस समय बाली आ रही है तो कुछ धान की बाली निकल गयी हैं। ऐसे समय पर मौसम का मिजाज खराब होना किसानों के मेहनत पर पानी फिरने का डर सता रहा है। इन पौधों में धान की बाली निकल रही है उसमें लगे फूल तेज हवा से झर रही है। अक्सर फूल झड़ जाने के बाद पइया निकलता है जिससे पैदावार घट जाती है। यही ऐसे ही स्थिति कायम रही तो पैदावार प्रभावित होगी।