चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू भाजपा सरकार पर हमलावर रहे। उन्होंने सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए यह तक कह डाला कि अब देश आजाद नहीं रह गया है। यहां लोगों की आजादी का हनन सरकार पुलिस-प्रशासन के बल पर कर रही है। जब एक जनप्रतिनिधि के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है तो एक आम शहरी के साथ पुलिस-प्रशासन किस तरह पेश आता होता। इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। यह पहली बार नहीं है जब पुलिस ने मेरे काफिले को इस तरह रोका है। इसके पहले भी कमालपुर में पुलिस यह कृत्य कर चुकी है। यह आम व्यक्ति की आजादी का हनन है। पुलिस-प्रशासन ने किन आधारों पर मेरी स्वतंत्रता को छिनने का प्रयास किया है। उन्होंने इस कृत्य के लिए भाजपा व उसके जनप्रतिनिधियों को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है।
श्री सिंह सोमवार को सैयदराजा में पुलिस द्वारा धानापुर जाते समय सैयदराजा पुलिस द्वारा काफिले को रोकने और आवास पर जबरिया हाउस अरेस्ट करने से बेहद खफा थे। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता का नशा हो गया है। लेकिन भाजपा यह न भुले की जनता ने सूबे की सत्ता जनसेवा के लिए सौंपी है। लेकिन भाजपा सेवा की बजाय शासक बन बैठी है। अपराधियों का संरक्षण करने के साथ ही अलोकतांत्रिक कृत्यों को अंजाम देने वालों का भाजपा हौसला बढ़ा रही है। इसके अलावा जनता के दुख-दर्द को बांटने वाले जनप्रतिनिधियों पर भी प्रशासनिक जोर व दबाव बना रही है। इसकी नजीर चंदौली जिले में भी समय-समय पर देखने को मिल रही है। कहा कि किसान आंदोलन के समर्थन का मामला हो या फिर समाजवादी पार्टी के जनआंदोलन जनपद पुलिस-प्रशासन ने सपाइयों को घर में घेरने जैसा कृत्य किया है। आज जिस तरह से सैयदराजा पुलिस ने मुझे एक पीड़ित परिवार के दर्द को बांटने से रोका है उसका जवाब जनता देगी। कहा कि भाजपा के नेता खुद दूसरों के दुख-दर्द में शरीक होने से परहेज करते हैं और जब दूसरे दल के लोगों जनता के दर्द को बांटना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने से रोका जाता है जो बर्दाश्त योग्य नहीं है। आरोप लगाया कि यह सरकार संवेदनहीन व जन विरोधी है। इसके पूर्व सैयदराजा नगर में मनोज सिंह डब्लू के काफिले को धानापुर जाने से रोक दिया गया। ऐसे में मनोज सिंह डब्लू पीड़ित परिवार से मिलने की जिद पर अड़ गए तो सैयदराजा एसओ ने युवक का शव मिलने की जानकारी दी। इसके बाद मनोज सिंह डब्लू ने इसकी पुष्टि की और पैदल ही अपने आवास तक पहुंचे। इस दरम्यान पूरे दिन मनोज सिंह डब्लू कड़ी निगरानी में अपने आवास पर कैद रहे।