नए साथियों को साफा बांधकर दिया सम्मान, कारवां आगे बढ़ाने का किया आह्वान
चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू शुक्रवार को समाजवादी संदेश लेकर गांव-गांव घूमे। इस दौरान 24 को पई गांव में आयोजित सपा के कार्यक्रम में उपस्थिति का आह्वान किया। समाजवादी पार्टी में शामिए हुए अदसड़ के पूर्व प्रधन संतोष शर्मा व सरवन कुमार खरवार शामिल हुए, जिन्हें मनोज डब्लू ने सपा का साफा बांधकर उनका स्वागत एवं सम्मान किया। साथ ही भाजपा सरकार पर हमलावर रहे। कहा कि भाजपा के नेता महंगाई कम करने की बजाय कुतर्क बयानबाजी में अपनी उर्जा खफा रहे है। आज देश की 99 फीसद आबादी पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस पर निर्भर है। हर घर की रसोई में आज सिलिंडर गैस इस्तेमाल हो रहा है, वहीं पेट्रोल-डीजल पर परिवहन व खेती-बारी का कामकाज निर्भर है। ऐसे में सरकार को डीजल-पेट्रोल व गैस के दाम घटाने चाहिए।
उन्होंने क्षेत्र के अरंगी, बसंतपुर, अदसड़, ककरैत, कम्हरिया, जलालपुर, डेढ़गांवा, पई-कुसी गांव में जनसम्पर्क किया। उन्होंने 24 को पई में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में जनता की भागीदारी का आह्वान किया। कहा कि अबकी बार किसकी सरकार होगी, जहां यह जान चुकी है। इसे बताने की जरूरत नहीं है। आज सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार को आईना दिखाने की जरूरत है। कहा कि पिछड़ों को एकजुट करने के लिए समाजवादी पार्टी ने पई गांव में 24 अक्टूबर को सम्मेलन रखा है, जिसमें आमजन की उपस्थिति से मजबूती आएगी। इसी उद्देश्य के साथ आज समाजवादी संदेश को लेकर आप सभी के समक्ष मौजूद हूं। कहा कि जनता की सेवा ही समाजवादी पार्टी का लक्ष्य व उद्देश्य रहा है। पूर्ववती सपा सरकार ने जनकल्याण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किया और कामकाज का ऐसा रिकार्ड बनाया कि आज भाजपा सरकार सपा के कामकाज का फीता काटकर अपनी पीठ थपथपा रही है। ऐसी सरकार से जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। इनके विकास का माडल कितना मजबूत है यह पूरे विश्व ने कोरोना काल में देखा। सरकार जिंदा लोगों को आक्सीजन, बेड व ईलाज मुहैया कराने में अक्षम रही है, वहीं जिनकी मौत हो गयी उनके अंतिम संस्कार का तक बंदोबस्त सरकार करने में नाकाम रही है। असहनीय दुख व पीड़ा के बीच लोगों ने अपने शवों का जैसे-तैसे अंतिम संस्कार किया। लोग उस पीड़ा को आज तक नहीं भूल पाए हैं। अब वक्त है ऐसी संवेदनहीन सरकार को सत्ता से बेदखल करने का, जिसमें जनता की भागीदारी जरूरी है। समाजवादी अपने आंदोलनों व संघर्ष के बूते इस सरकार को उखाड़ फेकेंगे।