मिशन गौरव के तहत किये गए चयनित
राष्ट्रपति, राज्यपाल समेत 79 प्रतिभाशाली हैं शामिल
चंदौली। यूपी बोर्ड शताब्दी दिवस पर उसके स्कूल के ‘आंगन’ से निकलकर खुद को विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित कर परिषद और ‘घर’ का मान बढ़ाने वाले मेधावियों को सम्मानित करेगा। यूपी बोर्ड मिशन गौरव के तहत पूरे प्रदेश से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की सूची भी तैयार की है। इसमें चंदौली जिले से केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त निर्देशक सैयद जैगम इमाम का नाम शामिल है। यही नहीं चंदौली के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय का नाम प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जनपद में सम्मिलित है।
1921 में स्थापित माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) 100 वर्ष पूरे होने पर अपनी स्थाना के शताब्दी समारोह मना रहा है। इस मौके पर यूपी बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलों से निकलकर प्रदेश, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कला, साहित्य, राजनीति, चिकित्सा, शिक्षा, विज्ञान आदि क्षेत्रों में विशेष पहचान बनाने वाले शख्सियतों को यूपी बोर्ड प्रयागराज में सम्मानित करेगा। इसके लिए सितंबर माह में प्रदेश भर के जिला विद्यालय निरीक्षकों से सूची मांगी थी। चंदौली जिले 10 लोगों की सूची यूपी बोर्ड को भेजी गई थी। अब यूपी बोर्ड मिशन गौरव के तहत राष्ट्र्पति, राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री समेत 79 ऐसे प्रतिभाशाली शख्सियत को सूची में शामिल किया है। इसमें चकिया तहसील क्षेत्र के भभौरा निवासी व केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यालय के वार्ड नम्बर 14 गांधी नगर निवासी फिल्म निर्माता निर्देशक सैयद जैगम इमाम का नाम भी शामिल है। इसके अलावा चंदौली के सांसद एवं केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय का नाम प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी जनपद की सूची में दर्ज है। जल्द ही प्रयागराज में आयोजित होने वाले समारोह में ऐसे शख्सियतों को सम्मानित करेगा। इससे जिले का मान बढ़ा है। इस बाबत डीआईओएस डा. विजय प्रकाश ने बताया कि जिले से भेजी गई सूची की स्कूटनी के बाद यूपी बोर्ड ने परिषद का मान बढ़ाने वाले जिले से दो शख्सियत का चयन किया है।
जैगम को मिल चुका है कई फिल्म फेयर अवार्ड
चंदौली। नगर के वार्ड नम्बर 14 गांधी नगर निवासी डा. एसए मुजफ्फर के पुत्र सैयद जैगम इमाम ने 1997 में महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज से हाईस्कूल की शिक्षा ग्रहण की थी। इसके बाद इलाहाबाद से 1999 में इंटरमीडिएट, 2002 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वहीं 2004 में माखनलाल चतुर्वेदी अंतर्राष्ट्रीय प्रत्रकारिता विश्वविद्यालय से मास्टर आफ जर्नलिज्म की डिग्री हासिल किया। उन्होंने 2015 में अपनी उपन्यास पर आधारित पहली फिल्म दोजख इन सर्च आफ हेवेन बनायी। इसको कोलकाता, बैंगलुरू अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में चयन किया गया। यही नहीं हिडेन जेम्स अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल कनाडा में बेस्ट फिल्म का सम्मान मिला। वहीं हैबिटेट फिल्म समारोह नई दिल्ली सहित दुनियां भर के दो दर्जन से अधिक फिल्म समारोहों में चयन एवं पुस्कृत किए गए। उन्होंने 2017 में अलिफ और 2019 में नक्काश फिल्म बनायी। फिल्म निर्देशक जैगम इमाम को सिंगापुर साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में इमर्जिंग फिल्म मेकर आफ द ईयर अवार्ड, बोस्टन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अमेरिका में बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड, एशियन फिल्म फेस्टिवल वाशिंगटन डीसी, अमेरिका में बेस्ट फिल्म मेकर का अवार्ड और इंडियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आफ क्वींसलैंड आस्ट्रेलिया में बेस्ट फिल्म डायरेक्टर वार्ड से सम्मानित हो चुके हैं। उनकी उपन्यास दोजख और मैं मुहब्बतें के अलावा देश के अलग-अलग पत्रिकाओं में कविताएं एवं कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं।