चन्दौली।इलिया, शहाबगंज ब्लाक के परिषदीय विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गयी है। यहां स्कूल खुलने और बंद होने का कोई समय सारणी ही नहीं है, जिसका सीधा असर बच्चों के पठन-पाठन पर पड़ रहा है। इसे लेकर अभिभावक बच्चों का शिक्षा को लेकर चिंतित हैं। कोविड-19 संक्रमणकाल के बाद सरकारी स्कूलों के खुलने व बंद होने का कोई समय नहीं रहा गया। जिसका सीधा असर विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों पर हो रहा है।
मंगलवार को मालदह, सरैया, सारिंगपुर व मनकपड़ा का निरीक्षण किया गया तो मालदह विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे ही ताला खोलते हुए मिले। वहां तैनात शिक्षक गायब थे। सरैया विद्यालय के गेट पर ताला लटक रहा था बच्चे गेट पर खड़े थे। कम्पोजिट विद्यालय मनकपड़ा पर ताला खुला था, लेकिन सात अध्यापकों मे से दो अध्यापक ही उपस्थित मिले। वहीं सारिंगपुर विद्यालय में भी एक अध्यापक गायब मिले। अब ऐसी हालत में जब अध्यापक ही समय से उपस्थित नहीं रहेंगे तो बच्चों को क्या शिक्षा देंगे? जबकि सरकार द्वारा अध्यापकों को मोटी रकम वेतन के रूप में प्रदान की जाती है। इस बाबत एबीएसए अरविंद कुमार ने कहा कि विद्यालयों की जांच करायी जाएगी, जो अध्यापक अनुपस्थित होंगे उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही होगी।