चंदौली। जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह मंगलवार को सांसद पकौड़ी कोल ने क्षत्रिय-ब्राह्मण सवर्ण समाज को मंच से खुलेआ गाली देने पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सर्वसमाज को गले लगाने में आस्था विश्वास रखता हूं और ऐसा देश के सभी जनप्रतिनिधियों को रखना चाहिए। क्योंकि हमारा राष्ट्र धर्म-निरपेक्ष है। ऐसे में किसी जाति-मजहब का अपमान करना उचित नहीं है। लिहाजा ऐसे नेता की सदस्यता तत्काल रद्द कर देनी चाहिए, जो धार्मिक संबोधन के जरिए गाली देने, उकसाने या नफरत फैलाने का काम करना रहता है। उन्होंने कहा कि सांसद पकौड़ी कोल भाजपा समर्पित अपना दल पार्टी के नेता है जो इस वक्त सत्ता के करीब है। बावजूद इसके इस घटनाक्रम के बाद भाजपा के किसी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि का बयान नहीं आया। जबकि देखा जाय तो यहां के विधायक-सांसद के साथ-साथ भाजपा संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर सवर्ण जाति के लोग काबिज है। ऐसे में सपा पर अर्मादित आचरण का आरोप लगाने वाले भाजपाई पहले अपने गिरेबान में झांककर देखें। कहा कि चाहे नेता लोकसभा का सदस्य हो या फिर राज्यसभा या विधानसभा का ऐसा कृत्य करने वाले नेता की सदस्यता तत्काल रद्द कर देनी चाहिए, ताकि इस तरह की जुर्रत करे का दुस्साहस किसी के अंदर पैदा न हो। उन्होंने कहा किहर जाति व धर्म के लोग भारत के अभिन्न अंग हैं। हर जाति धर्म के लोगों के बीच आपसी सद्भाव, सामाजिक एकता देश की अखण्डता के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए यह जरूरी हो गया है कि नेताओं को अपने भाषण में किसी जाति-धर्म को संबोधित करके उसे अपमानित करने, गाली-गलौज करने या उकसाने जैसी बातें करना भारतीय एकता, सामाजिक शांति एवं मजबूती के लिए गहरा आघात पहुंचाने के समान है। रावर्टसगंज सांसद पकौड़ी कोल का भी कृत्य इसी दायरे में आता है, लिहाजा उनके विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।