हिनौती निवासी परिवार में दीवाली के पहले ही लौटी खुशियां, गांव भी गदगद
चंदौली। चंदौली की धरा धान-गेहूं फसल के साथ-साथ होनहारों को पैदा करती है। यहां के मिट्टी में पले-बढ़े व प्रौढ़ हुए चंदौली के कई लाल आज देश के साथ-साथ विश्व पटल पर अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं। अपने-अपने क्षेत्र में सफलता के शीर्ष पर पहुंचकर वे चंदौली के गौरव को चार-चांद लगा रहे हैं। इन्हीं में से एक है चंदौली मुख्यालय से सटे हिनौती गांव के मूल निवासी नरेंद्र प्रताप सिंह, जिन्हें यूपी की राज्यपाल व बंाटा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कुलपति नियुक्त किया है। उन्हीें नियुक्त से उनके गांव व परिवार में खुशियां दीवाली से पहले ही दस्तक दे दीं। पूरा परिवार इस उपलब्धि से गदगद है वहीं पास-पड़ोस के लोग भी गौरव की इस बेला में खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
परिवार के अखंड प्रताप सिंह उर्फ चुनमुन सिंह ने बताया कि उनके चाचा प्रोफेसर नरेंद्र प्रताप सिंह भारतीय दलहन अनुंसाधन संस्थान कानपुर में निदेशक रहे। उन्हें 26 अक्टूबर को बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में कुलपति का दायित्व मिलने की सूचना मिली है। बताया कि चाचा के शुरुआत से ही कृषि से लगाव व जुड़ाव रहा है और उन्होंने कृषि को ही अपना कैरियर बनाया। अपने हूनर व कृषि के प्रति लगाव के कारण वह कड़ी मेहनत कर इस दिशा में सफलता की सीढ़ी एक-एक कर चढ़कर आज इस मुकाम पर पहुंचे है। उनकी इस सफलता को पूरा परिवार अपनी सफलता मानकर काफी खुशी है। कहा कि चंदौली के कई युवा चाचा नरेंद्र प्रताप सिंह से प्रेरित होकर कृषि क्षेत्र में अपने कैरियर को सफल बनाने का सपना आज देख रहे हैं जो बड़ी बात है। गांव के लोग इस उपलब्धि से खासे खुश हैं और एक-दूसरे का मुंह मीठा कर ग्रामीणों ने अपनी खुशी का इजहार भी किया।