नौगढ़। थाना क्षेत्र के उदितपुर सुर्रा गांव में मंगलवार को दीपावली पर्व के मद्देनजर कच्चे मकान की पुताई के लिए जंगल में टीला से मिट्टी निकालते समय बड़ा हादसा हो गया। खुदाई से खोखला हो चुका मिट्टी का टीला अचानक ढहा तो वहां मौजूद एक ही परिवार तीन समेत कुल चार लोग उसमें दब गए। जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो गयी, वहीं दो अन्य घायलों ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना से दीपावली की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। सूचना के बाद एसपी अंकुर अग्रवाल समेत जिले के आला अफसर व पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गयी।
जानकारी के अनुसार नौगढ़ के उदितपुर सुर्रा गांव के जगतहवा नाला के पास स्थित मिट्टी के टीले से खोदाई कर ग्रामीण मिट्टी निकाल रहे थे। अपने कच्चे मकानों की पोताई के लिए सुर्रा गांव के ही शिव कुमार 50 वर्ष के अलावा सोनभद्र जनपद के बहुअरा निवासी दूधनाथ विश्वकर्मा 48 वर्ष, आशीष विश्वकर्मा 10 वर्ष व रितेश विश्वकर्मा सात वर्ष बंधी के निकट जंगल में स्थित टीले से पीली मिट्टी लेने गए थे। इस लोगों द्वारा टीले से मिट्टी निकालने के प्रयास में अचानक पूरा का पूरा मिट्टी का टीला भरभराकर वहां मौजूद चारों लोगों के ऊपर गिर पड़ा और सभी लोग मलबे में दब गए। घटना के वक्त जंगल में मवेशी चरा रहे सोहन चरवाहा ने शोर मचाते हुए ग्रामीणों को मौके पर बुलाया और पुलिस-प्रशासन को सूचना देने के साथ ही ग्रामीण राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। देखते ही देखते मौके पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ व स्थानीय पुलिस-प्रशासन जमा हो गया। ग्रामीणों ने मिट्टी के मलबे को हटाकर उसमें दबे चारों लोगों को तत्काल बाहर निकाला, जिसमें दूधनाथ, शिवकुमार व रितेश की मौके पर ही मौत हो गयी, वहीं घायल आशीष को पहले नौगढ़ फिर चकिया संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गयी। धनतेरस पर्व पर अचानक हुई घटना में चार लोगों की मौत से नौगढ़ की वासियों में मातम की गूंज सुनाई दी और पूरा माहौल गमगीन हो उठा। सूचना के बाद एसपी अंकुर मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूरे घटना का जायजा लिया। वहीं जानकारी के बाद ढांढस बंधाने वाले जनप्रतिनिधियों का भी तांता लग गया। सूचना पर एसडीएम डा.अतुल गुप्ता के अलावा समाजसेवी नंदलाल यादव, पूर्वांचल मजदूर संघ के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव घटनास्थल पर पहुंचे।