पुर्वांचल डेस्क मुहम्मदाबाद गाजीपुर। कोतवाली क्षेत्र के अहरौली गांव की चट्टी पर उस समय चीख पुकार मच गया जब एक तेज रफ्तार ट्रक बेकाबू होकर चाय की दुकान में घुस गया। दुकान के अंदर चाय पी रहे 4 लोगों की मौके पर मौत हो गई। वही दो लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के बाद मौके पर जुटी ग्रामीणों की भीड़ ने चालक को पकड़ कर जमकर पीटा। जिसकी वाराणसी इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। वहीं ग्रामीण मृतकों का शव रखकर मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। मौके पर पहुचे डीएम एमपी सिंह व एसपी रामबदन सिंह भी मौके पर पहुंच गए
बताते है कि भरौली गाजीपुर मार्ग पर मुहम्मदाबाद से लगभग तीन किलोमीटर पूरब अहीरौली गांव है। यह गांव मुख्य मार्ग राष्ट्रीय मार्ग 31 पर है। मंगलवार की सुबह करीब 7.30 बजे अहिरौली चट्टी पर कुछ लोग चाय पीने के लिए आए थे। दरअसल, वहां दोनों पटरियों पर चाय की दुकानें हैं। आए दिन भीड़ लगी रहती है। इस बीच भरौली से आते समय बाएं तरफ की दुकान में अचानक ट्रक चालक का नियंत्रण ट्रक से हट गया और वह चाय की दुकान को तोड़ते हुए अंदर घुस गया।
जिससे दुकान में बैठे चार लोगों की तत्काल मौके पर मौत हो गई। जिसमें अहरौली गांव निवासी गोलू यादव 15 वर्ष, वीरेंद्र राम 48 वर्ष, सत्येंद्र ठाकुर 26 वर्ष एवं बसाऊ का पूरा निवासी उमाशंकर 60 वर्ष की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। अहरौली गांव निवासी चंद्रमोहन राय उम्र लगभग 35 वर्ष और श्याम बिहारी 48 वर्ष इस हादसे में बुरी तरह घायल हो गए।
हादसे के बाद चट्टी पर कोहराम मच गया। हर तरफ चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों ने घायल चंद्रमोहन और श्यामबिहारी को मुहम्मदाबाद चिकित्सालय ले गए जहां उनकी मौत होे गई। इस बीच ट्रक ड्राइवर को उग्र भीड़ ने इतनी बुरी तरह पीटा की वह भी बेहोश हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस जिला चिकित्सालय में उसे भेजवाया। जहां हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने वाराणसी रेफर कर दिया। लेकिन ड्राइवर की इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
आक्रोशित ग्रामीण मृतक का शव रखकर सड़क जाम कर दिया। मुआवजे की की मांग करने लगे। सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। सूचना मिलते ही तत्काल डीएम एमपी सिंह, एसपी रामबदन सिंह, क्षेत्राधिकारी रविंद्र कुमार वर्मा, उप जिला अधिकारी आशुतोष कुमार कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। किसी तरह उनकी ग्रामीण बात मानने को तैयार हुए जिसके बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दी।