चंदौली। सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू रविवार को एक बार फिर सिवान में नजर आए। इस दौरान उन्होंने मिनी हार्वेस्टर चलाकर धान की कटाई की। इसके साथ ही जिला प्रशासन को समय रहते पराली प्रबंध के लिए किसानों को समुचित सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की। चेताया कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो पराली जलाना चंदौली के किसानों विवशता व मजबूरी हो जाएगी। ऐसी दशा में मैं स्वयं पराली जलाने का काम करूंगा। आरोप लगाया कि जिला प्रशासन पराली को लेकर पिछले बार जिले के किसानों का आर्थिक शोषण करने का काम किया था, लेकिन अबकी बार जिला प्रशासन का किसान विरोधी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चंदौली को धान का कटोरा कहा गया है, क्योंकि यहां के किसान धान की पैदावार करने में अव्वल है। शासन-प्रशासन को चाहिए कि ऐसे किसानों को नवीनतम सुविधाएं व संसाधन मुहैया कराकर उनका हौसला बढ़ाए, लेकिन इसके विपरीत चंदौली का प्रशासन जिले के किसानों का हौसला पस्त करने में जुटा है। धान की कटाई चंदौली में शुरू हो गयी है, लेकिन अब तक पराली प्रबंध को लेकर जिला प्रशासन ने किसी भी प्रकार की तैयारी नहीं की। ना ही किसानों को पराली प्रबंध के लिए दिए जाने वाले सुविधाओं को ही सार्वजनिक पटल पर लाया, लेकिन जिला प्रशासन की धमकियां किसानों तक पहुंचने लगी है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि हार्वेस्टर व मिनी हार्वेस्टर से कटाई करने वाले किसान पराली का क्या करें? इनके पास खेतों में पड़े धान के अवशेष को जलाने के सिवाय कोई अन्य चारा नहीं है। लिहाजा जिला प्रशासन धमकियां देने की बजाय किसानों के हित में कार्य करे। उन्हें सुविधाएं देकर ऐसा माहौल तैयार करे कि चंदौली के किसान खुद पराली जलाने से परहेज करें। किसानों पर कार्यवाही की रूपरेखा तैयार करने की बजाय यदि प्रशासन किसानों को सहूलियत व सुविधाएं देने पर चिंतन-मंथन करे तो शासन के पराली न जलाने की मंशा पूरी तरह से फलीभूत होगी, अन्यथा की स्थिति में किसानों के साथ मैं स्वयं पराली जलाने का काम करूंगा।