चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू रविवार को सिकटिया गांव के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने मृतक विशाल के परिजनों से मुलाकात कर उनका दुख-दर्द बांटा और ढांढस बंधाया। साथ ही अलीनगर पुलिस की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े किए। कहा कि जब दो पक्षों में तनाव, मारपीट व आगजनी की वारदातें हो गयी तो पुलिस को इसमें निष्पक्ष तरीके से कार्य करते हुए कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। लेकिन पुलिस ने पैसे का लेन-देन कर थाने में बैठकर पंचायत व समझौता कराया। जिसका नतीजा है कि आज विशाल अपनों के बीच नहीं है। इस हत्याकांड के लिए आरोपियों के साथ ही पुलिस पर भी कार्यवाही होनी चाहिए, जिनकी लापरवाही व उदासीनता के कारण सिकटिया में हत्या, बवाल व आगजनी की वारदात हुई।
इस दौरान उन्हें मृतक विशाल के पिता से मुलाकात कर उनका दुख-दर्द बांटा और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। कहा कि आपराधी किसी भी जाति, धर्म व संप्रदाय का हो उसे दंड मिलनी चाहिए। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि पोस्टर लगाने व फाड़ने को लेकर जब विवाद हुआ तो दूसरे पक्ष की सूचना पर अलीनगर थाने के प्रभारी समेत कई पुलिस वाले पासवान समाज के लोगों के घरों के अंदर घुसे और परिवार के साथ अभद्रता व गाली-गलौज किया। वहीं हमारी शिकायत व सूचना को अलीनगर पुलिस ने सिरे से खारिज कर दिया। यदि पुलिस ने समय रहते उचित कदम उठाए होते और सुलह-समझौते की जगह कानूनी कार्यवाही अमल में लायी होती तो आज विशाल का परिवार अपने नौजवान बेटे को नहीं खोता। ग्रामीणों ने घटना के बाद इसे राजनीतिक रंग देने व उकसाने वालों को भी आड़े हाथ लिया। घटनाक्रम की जानकारी होने के बाद मनोज सिंह डब्लू ने मौके से एसपी अंकुर अग्रवाल को फोन कर बातचीत की। मनोज डब्लू ने कहा कि थाना-पुलिस लोगों को न्याय दिलाने व कानूनी कार्यवाही के लिए बने है, लेकिन वर्तमान में जिस तरह से थानों के अंदर दलालों की सक्रियता बढ़ी है। छोटी-बड़ी वारदातों में पुलिस दबाव बनाकर सुलझ कराने की भूमिका में नजर आ रही है। पैसों के खेल में पीड़ित पक्षों को न्याय से वंचित किया जा रहा है। यह पुलिस व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। उन्होंने सिकटिया में पीड़ित परिवार को न्याय देने की बजाय उसे राजनीतिक मंच बनाकर अपना स्वार्थ साधने वाली भाजपा विधायक पर भी हमला बोला। कहा कि विधायक यदि कानून पसंद है तो सिकटिया मामले में लापरवाही बरतने वाले अलीनगर थाने के पुलिस वालों पर कार्यवाही करवाने के साथ ही पीड़ित को न्याय दिलाने की पहल करे।